राजस्थान प्रदेश कांग्रेस मे आने वाले दिनों में बड़े बदलाव होने जा रहे हैं और इस बदलाव के पीछे सियासी कहानी है. हालांकि माना ये जा रहा है कि बतौर प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा लंबी पारी खेल सकते हैं. 

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दरअसल अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने आदेश जारी करते हुए राजस्थान में जिला अध्यक्षों की नियुक्ति के लिए 30 पर्यवेक्षकों को नियुक्त किया है. यह पर्यवेक्षक अब जिला जिलाध्यक्ष का पैनल तैयार करेंगे. प्रशासनिक दृष्टि से राजस्थान में 41 जिले हैं लेकिन कांग्रेस संगठन स्तर पर 50 जिलों में अपने जिला अध्यक्ष बनाएगी.

सृजन अभियान के तहत बदलाव

कांग्रेस पार्टी ने संगठन को मजबूत करने के लिए 'सृजन अभियान' की शुरुआत की है. इस अभियान की शुरुआत गुजरात से हुई थी और अब यह मध्यप्रदेश, हरियाणा, राजस्थान मे चलाया जा रहा है. कांग्रेस ने साल 2025 को संगठन का वर्ष घोषित किया है. यह निर्णय दिसंबर 2024 में कर्नाटक में आयोजित कांग्रेस अधिवेशन में लिया गया था. पहले चरण में गुजरात, मध्यप्रदेश और हरियाणा में संगठन निर्माण का कार्य शुरू किया गया था.

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कांग्रेस नेता संसद राहुल गांधी इस अभियान को लेकर बेहद गंभीर हैं. गुजरात, हरियाणा, मध्य प्रदेश तीनों राज्यों में जमीनी स्तर के कार्यकर्ता को मजबूती देने के लिए इस अभियान को शुरू किया गया है. नवनियुक्त पर्यवेक्षक राजस्थान के हर बूथ, मंडल, ब्लॉक तक जाएंगे और वहां से आम कार्यकर्ता की राय को केंद्रीय आलाकमान तक पहुंचाने का काम करेंगे.

इन पदों पर लगेगी मुहर

हालांकि उससे पहले प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश प्रभारी, नेता प्रतिपक्ष पैनल में आए नामों को लेकर चर्चा करेंगे. उसके बाद उस पैनल को दिल्ली भेजा जाएगा. जहां पर जिला अध्यक्ष के नाम पर अंतिम मुहर लगेगी.

राहुल गांधी की मंशा के मुताबिक राजस्थान में संगठन को नए रूप में खड़ा किया जाएगा. ऐसे में अब यह कयास भी लगाए जा रहे हैं कि अगर राजस्थान में संगठन नए सिरे से खड़ा होता है तो अगले कुछ सालों तक संगठन में किसी तरह का बड़ा बदलाव होने की उम्मीद भी कम नजर आती है.

लंबी पारी खेल सकते हैं डोटासरा

आपको बता दें प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा बतौर अध्यक्ष अपने 5 वर्ष पूरे कर चुके हैं. उनके कार्यकाल में प्रदेश कांग्रेस कमेटी में 10 लाख से ज्यादा कार्यकर्ताओं की फौज राजस्थान में खड़ी हुई है. वहीं सरकार पर उनकी तीखी प्रतिक्रिया अक्सर सुर्खियों में रहती है. 

ऐसे में संगठन सृजन अभियान के तहत प्रदेश में नई टीम उनके नेतृत्व में बनाई जा रही है इसको लेकर सियासी जानकारों का कहना है कि अब तक पूर्ण रूप से प्रदेश में संगठन खड़ा नहीं हो पाया था. संगठन सृजन अभियान के तहत प्रदेश में नई टीम खड़ी होने के बाद आलाकमान डोटासरा को लंबी पारी खिलाने के मूड में नजर आ रहा है.

आलाकमान लेगा फैसला

वहीं अब जल्द ही कांग्रेस 50 जिलों में जिला अध्यक्षों की फौज तैयार कर लेगी. इसके लिए 30 पर्यवेक्षक को और नियुक्ति दी गई है. यह पर्यवेक्षक स्थानीय नेताओं के साथ चर्चा कर जिला अध्यक्षों के पैनल दिल्ली भेजेंगे जहां पर अंतिम फैसला केंद्रीय आलाकमान लेगा.