Rajasthan Mahila Suraksha Sakhi: राजस्थान (Rajasthan) के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने कहा है कि महिला सुरक्षा सखियां महिलाओं में आत्मविश्वास पैदा करने और उन्हें सशक्त बनाने की दिशा में अहम भूमिका अदा कर रही हैं. आने वाले समय में महिला सुरक्षा सखी कार्यक्रम का दायरा बढ़ाते हुए और महिलाओं और बालिकाओं को इससे जोड़ा जाएगा. सीएम ने प्रदेश में बालिकाओं को दिए जा रहे आत्मरक्षा कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम का भी विस्तार करने की बात कही. गहलोत शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न थानों से जुड़ी महिला सुरक्षा सखियों से संवाद कर रहे थे. सुरक्षा सखियों ने अपने कार्य और चुनौतियों के अनुभवों को मुख्यमंत्री के साथ साझा किया. 


पुलिस की कार्यशैली में बदलाव की जरूरत
सीएम गहलोत ने कहा कि, सुरक्षा सखियों ने बालिकाओं में सुरक्षा की भावना और उनमें आत्मविश्वास मजबूत करने का काम किया.उन्होंने कहा कि, सुरक्षा सखियों की सक्रियता से छेड़छाड़ करने वाले मनचलों एवं महिलाओं पर अत्याचार करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने में पुलिस को काफी मदद मिली है. महिला सुरक्षा सखियों के साथ संवाद कार्यक्रम सराहनीय है इसके लिए पुलिस एवं गृह विभाग को बधाई. सीएम गहलोत ने ये भी कहा कि, पुलिस की कार्यशैली में बदलाव की जरूरत है पुलिस अधिकारी एवं पुलिसकर्मी ईमानदारी से अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए महिलाओं के खिलाफ उत्पीड़न व अपराध की घटनाओं पर संवेदनशीलता के साथ कार्रवाई करें. 




महिला सुरक्षा सखियां महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं 
गृह राज्यमंत्री राजेन्द्र सिंह यादव ने कहा कि अब तक 12,339 सुरक्षा सखियों का चयन किया जा चुका है. मुख्य सचिव उषा शर्मा ने कहा कि महिलाओं को सुरक्षित एवं भयमुक्त वातावरण प्रदान करने में महिला सुरक्षा सखियां महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रही हैं. पुलिस महानिदेशक एमएल लाठर ने कहा कि सुरक्षा सखी की सक्रियता राज्य की कानून-व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है.


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