Bharatpur News: राजस्थान के कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह आज भरतपुर पहुंचे. जहां उन्होंने जिले में चल रही पानी की समस्या, बिजली और सड़क को लेकर जिला कलेक्टर कार्यालय में सभी विभागों के अधिकारियों की बैठक ली. बैठक के दौरान खास बात यह देखने को मिली की राजस्थान की कांग्रेस सरकार में सभी विभागों के अधिकारी बेलगाम हो चुके हैं, जो आम जनता के तो क्या खुद मंत्रियों तक के फोन नहीं उठाते हैं. मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने कहा कि अभी तक पिछले बजट के कार्य नहीं हुए तो जो मुख्यमंत्री ने बजट में जनकल्याणकारी योजनाओं की घोषणा की है उनको कैसे पूरा किया जायेगा.


मंत्री का कॉल नहीं उठाते अधिकारी


अधिकारियों की बैठक में मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि बिजली के अधिकारी फोन नहीं उठाते. वो खुद मेरा कॉल तक नहीं उठाते. जब मैंने एक अधिकारी से बात करना चाहा तो मेरा फोन नहीं उठाया. फिर मैंने एक सरपंच के जरिए बिजली अधिकारी से बात की थी.


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बिजली, पानी और सड़क अहम मुद्दा


मंत्री विश्वेन्द्र सिंह का मेन फोकस बिजली, पानी और सड़क पर रहा है. इन तीन मुद्दों को लेकर ही मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने अधिकारियों को जमकर लताड़ लगाई और कहा, मई और जून में बिजली-पानी की समस्या आने वाली है. सड़कों का हाल बुरा है. कोई अधिकारी कुछ कहता है तो कोई कुछ कहता है. अधिकारियों में आपसी सामंजस्य नहीं है.


लापरवाही बरतने पर होगी कार्रवाई


विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि आज अधिकारियों की बैठक ली है. उन्हें दिशा निर्देश जारी किए हैं कि आमजन के लिए बिजली, पानी और सड़क की समय पर व्यवस्था की जाए. जो अधिकारी लापरवाही कर रहे हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. तबादला कराया जाएगा. मुख्यमंत्री ने विकास के लिए अच्छा बजट दिया है लेकिन अभी तक पुराने बजट के ही काम शुरू नहीं हो पाए हैं. जिला कलेक्टर आलोक रंजन ने भी अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा की अपने-अपने विभाग की कार्य योजना बनाकर दें कि 15 दिन में ये काम करा दिए जायेंगे. कार्य नहीं हुए तो लापरवाह अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.


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