Tiger Dead In Sariska Tiger Project: राजस्थान की सरिस्का बाघ परियोजना से बुरी खबर सामने आई है. यहां बघानी एनिकट के पास बाघिन एसटी-3 का शव पड़ा हुआ मिला. बाघिन की मौत की सूचना पर प्रशासन में हड़कंप मच गया. सूचना मिलने पर वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और बाघिन के शव की जांच पड़ताल कर शव को अलवर मुख्यालय पर लाया गया. वन विभाग की टीम ने बाघिन का पोस्टमार्टम करवा कर उसका अंतिम संस्कार कर दिया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का खुलासा हो पाएगा.
पिछले कई महीनों से बीमार थी बाघिनसरिस्का के डीएफओ सुदर्शन शर्मा ने बताया की बाघिन एसटी-3 पिछले कई महीनों से बीमार थी ओर उसका इलाज भी चल रहा था. बाघिन की उम्र 16 साल से ज्यादा थी. एसटी-3 की मौत के बाद सरिस्का में अब बाघों का कुनबा 24 ही रह गया है. सरिस्का में इस साल यह दूसरे टाइगर की मौत है. यहां करीब दो माह पहले एसटी-6 की भी बीमारी के चलते मौत हो गई थी. वह बाघ भी उम्र दराज था और यह बाघ भी उम्र दराज है दोनों की बीमारी के चलते ही मौत हुई है.
पोस्टमार्टम से होगा मौत का खुलासा
डीएफओ सुदर्शन शर्मा ने बताया कि कागजी कार्रवाई करने के बाद बाघिन का पोस्टमार्टम करवा दिया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का वास्तविक कारण पता चल सकेगा. प्रथम दृष्टया संभावना है कि उम्रदराज एवं बीमार होने के कारण बाघिन की मौत हुई होगी. गुप्ता ने आगे कहा कि 25 फरवरी 2009 में बाघिन एसटी-3 को रणथंभौर से सरिस्का में शिफ्ट किया गया था, लेकिन यह कुछ दिनों से बीमार चल रही थी जिसका इलाज कराया जा रहा था. अभयारण्य के वनकर्मियों ने बताया कि बाघिन शांत स्वभाव की थी और इसकी साइटिंग भी पर्यटकों को खूब होती थी.
प्रशासन की मौजूदगी में हुआ अंतिम संस्कार
अलवर पशु डॉक्टरों की टीम की ओर से एनटीसीए प्रोटोकॉल के अनुसार बाघिन का पोस्टमार्टम किया. फिर प्रशासन की मौजूदगी में बाघिन के शव का अंतिम संस्कार किया गया. डीएफओ सुदर्शन गुप्ता ने कहा कि सरिस्का के लिए वर्ष 2022 अच्छा नहीं रहा. उन्होंने कहा कि बाघ एसटी-13 लंबे समय से गायब है वह अभी तक नहीं मिला है. कुछ माह पूर्व एसटी 6 की भी बीमारी के चलते मौत हो गई थी.
यह भी पढ़ें:
Rajasthan: राजस्थान में अब नहीं हो पाएगी बिजली चोरी, बिजली विभाग ने उठाय यह बड़ा कदम