Goodbye 2023: वर्ष 2023 को हम अलविदा कहने वाले हैं. इस वर्ष में राजस्थान को कई सौगाते मिलीं तो कई बार प्रदेश में अपराध के बड़े मामले भी सामने आए. राजस्थान की विजा पूरी तरह से वर्ष 2023 में बदली सी नजर आई. चुनावी रंगत ने पुराने जख्मों को कम करने का प्रयास किया लेकिन घटनाएं ऐसी रहीं की इतिहास के पटल पर हमेशा के लिए अंकित हो गई. राजस्थान में वर्ष 2023 ने कई सौगातें भी दी हैं, तो कई गम भी यह साल देकर गया है. कई हस्यिां इस दुनिया से चली गई तो कुछ घटनाओं ने प्रदेशवासियों को हमेशा के लिए भाव विभोर कर दिया. ऐसी की कुछ घटनाओं की और आपका ध्यान दिलाते हैं, जो वर्ष 2023 में खास रही.


1. वर्ष 2023 में खिला कमल, कांग्रेस सरकार की हुई विदाई


वर्ष 2023 में सबसे अहम विधानसभा चुनाव रहें, जिसमें कांग्रेस के हाथ से सत्ता गई तो प्रदेश में कमल खिल उठा. पीएम मोदी गृहमंत्अरी मित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित कई बड़े दिग्गजों की सभाएं हुई और चुनाव परिणाम चौकाने वाले आए और 115 सीटों के साथ प्रदेश में बीजेपी ने प्रचंड जीत का दर्ज की. चौकाने वाला निर्णय मुख्यमंत्री का भी रहा, जिसमें भजन लाल शर्मा को सीएम बनाया गया और कई दिग्गजों के भविष्य का सूर्यास्त हो गया. तो वहीं इस विधानसभा में कांग्रेस और बीजेपी के कई दिग्गज चुनाव हार गए.


2. गोगामेड़ी हत्याकांड ने सुरक्षा की पोल खोली


वर्ष 2023 जाते-जाते बड़ा जख्म दे गया, जब पुलिस महकमे पर सवाल खड़े हुए तो पूरे प्रदेश में राजपूत समाज सहित अन्य समाज लामबंद हो गया. 5 दिसंबर को जयपुर में गोगामेड़ी के घर पर हत्याओं ने अंधाधुंध फायरिंग कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया. हालांकि इस मामले में पुलिस को सफलता मिली और अपराधी पुलिस गिरफ्त में आ गए. पूरे प्रदेश में जगह-जगह धरना प्रदर्शन हुए.  
 
3. पेपर लीक का मुद्दा छाया रहा


वर्ष 2023 में पेपर लीक का मामला भी सुर्खियों में रहा, जब हजारों युवा इस मामले को लेकर सड़कों पर उतरे. सरकार बार-बार जवाब देती रही, बार-बार पेपर लीक होते रहें. आखिरकार राजस्थान पेपर लीक मामले में ईडी ने हस्तक्षेप किया और राजस्थान पब्लिक कमीशन के सदस्य अनिल कुमार मीना और बाबूलाल कटारा को गिरफ्तार किया गया. उनकी गिरफ्तारी मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हुई. 21 दिसंबर से 24 दिसंबर के बीच आरपीएससी की ओर से सीनियर टीचर की भर्ती के लिए परीक्षा आयोजित की गई थी. कटारा ने पेपर लीक किया और इसे अनिल कुमार मीना को बेच दिया. जिसके बाद ये पेपर कैंडिडेट को 8-10 लाख रुपए में बेचे गए. लेकिन मामला उजागर हो गया. ईडी ने इस मामले में अगस्त 2023 में बाबूलाल कटारा और अनिल कुमार मीना की करीब 3.11 करोड़ रुपए की संपत्तियों को कुर्क किया.


4. भीलवाड़ा में बच्ची को कोयले की भट्टी में झोंक दिया


3 अगस्त 2023 की भीलवाड़ा जिले की कोटड़ी की घटना से प्रदेश की रूह कांप गई, जब एक नाबालिग बच्ची के साथ गैंगरेप किया गया. उसके बाद उसे फावड़े से काट कर उसके छोटे-छोटे टुकड़े कर बोरे में भरकर कोयल की भट्टी में जला दिया. उसके कुछ ही अवशेष मिल सके. पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार तो कर लिया, लेकिन इस घटना ने प्रदेश ही नहीं देश को भी शर्मसार किया. खेत पर बकरी चराने गई बालिका के साथ हुई इस घटना ने प्रदेश में महिलाओं के जहन में खौफ पैदा कर दिया.


5. जोधपुर सिलेंडर ब्लास्ट कांड का जख्म आज भी हरा


राजस्थान में जोधपुर सिलेंडर ब्लास्ट कांड भी प्रदेश को बडा जख्म दे गया. जब शेरगढ़ के भूंगरा गांव में गैस सिलेंडर त्रासदी में 35 से अधिक लोग मारे गए और दो दर्जन से अधिक घायल हो गए. इनमें आपस में कई लोग रिश्तेदार थे. घटना भेले ही वर्ष 2022 के अंत की हो लेकिन इसका असर वर्ष 2023 में सबसे अधिक देखने को मिला, जब धरना प्रदर्शन और हंगामा होता रहा. आखिर सरकार ने मांगे मानी और मुआवजा दिया और संविदा पर नौकरी दी गई, जिसके बाद मामला शांत हुआ. ये घटना भी कभी भुलाई नहीं जा सकती.
 
6. राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान में कई संदेश दे गई


वर्ष 2023 राजनीतिक लिहाज से सबसे खास रहा. राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा ने झालावाड़ से 4 दिसंबर शाम को प्रवेश किया और उसके बाद कोटा, बूंदी, सवाईमाधोपुर, दौसा और अलवर होते हुए हरियाणा से गुजर गई. कुल 18 दिन तक यह यात्रा राजस्थान में रही जहां कई सभाएं की गई. कई संदेश दिए गए तो सरकार साथ चल रही थी. इस दौरान कई लोगों के मौके पर ही काम हो गए. अशोक गहलोत, सचिन पायलट सहित देश के कई दिग्गज नेता इस यात्रा में शामिल रहें.  


7. राजस्थान को मिला एक और गौरव जब उपराष्ट्रपति बने धनकड़


राजस्थान में कई हस्तियों को कई बड़ी जिम्मेदारियां सौंपी गई. जिसमें झुंझुनूं जिले ने देश को नया उपराष्ट्रपति दिया. लोकसभा अध्यक्ष के बाद उपराष्ट्रपति बनने से प्रदेश गौरवान्वित हुआ. विपक्ष की उम्मीदवार मारग्रेट अल्वा को 346 वोटों के बड़े अंतर से धनकड़ ने हराया तो प्रदेश में जश्न का माहौल हो गया. धनखड़ को 528 जबकि अल्वा को महज 182 वोट मिले. धनखड़ जब चर्चाओं में आए जब पश्चिम बंगाल में हुए चुनाव और उससे पहले ममता बनर्जी से उनकी खूब सीयासी नोकझोंक होती रही. उसके बाद वह चर्चा में आए और उन्हें बतौर रानैतिक कौशल का लाभ मिला और उपराष्ट्रपति का गौरवमयी पद मिला.


8. जब डॉक्टर सड़कों पर आए और प्रदेश के सभी अस्पताल बंद हो गए


वर्ष 2023 में चिकित्सकों ने सबसे बडा आंदोलन किया और अपने अस्पतालों को कई दिनों तक बंद कर दिया. यह पहला मौका होगा जब प्रदेश के सभी अस्पताल में ताला जड़ दिया गया और इमरजेंसी में भी मरीज नहीं देखे गए. चिकित्सक राइट टू हेल्थ का विरोध कर रहे थे. राजस्थान विधानसभा में 21 मार्च 2023 को राइट-टू-हेल्थ बिल पास हुआ, जिसके बाद चिकित्सक आक्रोशित हो गए और जयपुर में महापड़ाव डाला गया. देश का यह पहला बिल था, जहां आमजन को चिकित्सका का अधिकार तो दिया गया, लेकिन इसमें कई विसंगतियां रही जिसके कारण सरकार को ही बेकफुट पर आना पड़ा.
 
9. प्रदेश में 27 कोचिंग स्टूडेंट्स ने किया सुसाइड


राजस्थान में शिक्षा का अच्छा माहौल है, लेकिन कोटा कोचिंग ने इस वर्ष सबसे अधिक जख्म दिए हैं. कोचिंग के इतिहास में सबसे बुरा साल वर्ष 2023 रहा, जब 27 कोचिंग स्टूडेंटों ने सुसाइड किया. कोई तनाव के चलते तो किसी के अन्य कारण रहे. इसके साथ ही एक कोचिंग स्टूडेंट का मर्डर होना भी राजस्थान में क्राइम कंट्रोल नहीं कर पाने का प्रत्यक्ष उदाहरण था. कोचिंग के नाबालिग स्टूडेंटों ने ही गोरखपुर के सत्यवीर की हत्या कर दी.
 
10. उदयपुर के कन्हैया लाल हत्याकांड को भुलाया नहीं जा सकेगा


राजस्थान में अपराध की बात करें तो सबसे बड़ा कांड कन्हैया लाल हत्याकांड रहा. 28 जून को 2023 को कन्हैयालाल जो की धान मंडी में रहते थे और दर्जी का काम करते थे. इस दौरान दो मुस्लिम युवक उनके पास आए और धारदार हथियार से उन पर ताबड़तोड़ वार किए और उनका गला काट दिया. जिससे उनकी मौत हो गई. इनका मकसद केवल सांप्रदायिक हिंसा को राजस्थान में जन्म देना था. हालांकि पुलिस ने अपराधियों को पकड़ भी लिया.


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