Kashmir Terror Attack: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले की हर तरफ निंदा हो रही है. देश के अलग-अलग हिस्सों से आतंकियों के इस कायराना हरकत पर प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. इस बीच अजमेर शरीफ दरगाह के दीवान सैयद जैनुल आबेदीन अली खान ने भी कहा है कि इस तरह की घटना के लिए इस्लाम में कोई जगह नहीं है. उन्होंने पीएम मोदी से अपील करते हुए ये भी कहा कि अब वक्त आ गया है कि आतंकवाद की जड़ों को पूरी तरह से खत्म किया जाए.

अजमेर शरीफ दरगाह के दीवान सैयद जैनुल आबेदीन अली खान ने पहलगाम आतंकी हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ''यह बहुत ही दर्दनाक घटना है. हमारे पैगम्बर मोहम्मद साहब की जो तालीमाते और हिदायतें हैं, उसके हिसाब से अगर किसी एक भी बेकसूर का खून किया जाता है तो पूरी इंसानियत का वो खून माना जाएगा. इन्होंने जो ये शर्मनाक हरकत की है, इसे न सिर्फ धर्म बल्कि महजब, देशवासी बदनाम होते हैं. बेकसूर लोगों का खून कैसे बहाया जा रहा है? 

'कब्र के अंदर क्या हिसाब दोगे तुम'

उन्होंने आगे कहा, ''ये मेरी नजर में मुसलमान कहलाने लायक है ही नहीं. इन्होंने नीचता की हद कर दी. कौन सा मजहब इस किस्म की तालीम देता है? क्या आप किसी का महजब पूछकर गोली चलाओगे, बेकसूर बच्चों को मारोगे. ये कहां लिखा हुआ है? मासूम बच्चे का खून भी पूरी इंसानियत का खून माना जाएगा. ये इनलोगों को समझना चाहिए. अरे क्यों इस्लाम को बदनाम कर रहे हो. क्यों अपने मुल्क की बदनामी कर रहे हो? कम से कम अल्लाह के कहर से तो डरो. कब्र के अंदर क्या हिसाब दोगे तुम? शर्म करो.'' 

'आतंकवाद की जड़ें खत्म करने के लिए अंदर घुसकर मारो'

सैयद जैनुल आबेदीन अली खान ने ये भी कहा, ''देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करता हूं कि अब ये वक्त आ गया है कि जहां-जहां आतंकवाद की जड़ें हैं, वहां घुसकर हमें मारना है. ताकि आतंकवाद की जड़ें समूल रूप से नष्ट हो जाएं और हमारे बेकसूर फौजियों का खून न तो सरहदों पर बहे और ना ही शहर के लोगों का खून बहे. जो पर्यटक वहां जा रहे थे, वहां के लोगों को जो रोजगार मिल रहा था. अनुच्छेद 370 हटने के बाद वहां पर जो अमन की फिजा कायम हुई थी, उसे बिगाड़ने के लिए ये किया गया ताकि वो अपनी स्वार्थ सिद्धि कर सकें, इसलिए अंदर घुसकर मारो और इनकी जड़ों को पूरी तरह से खत्म करो.''