Bajrang Dal Protest In Jalore: राजस्थान के जालोर में बुधवार को हिंदू परिषद, बजरंग दल, दुर्गा वाहिनी और मातृशक्ति से जुड़े कार्यकर्ताओं ने पश्चिम बंगाल में वक्फ कानून के विरोध के नाम पर भड़की हिंसा और हिंदू समाज पर हो रहे हमलों के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया.

सभी संगठनों से बड़ी संख्या में कार्यकर्ता जालोर में कलेक्ट्रेट के बाहर एकत्र हुए, जहां उन्होंने नारेबाजी करते हुए बंगाल सरकार के खिलाफ आक्रोश जताया और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का पुतला दहन किया. 

बंगाल की ममता सरकार के खिलाफ सड़के पर उतरे कार्यकर्ता

प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में सुनियोजित तरीके से हिंदुओं को निशाना बनाकर हिंसा फैलाई जा रही है, जिसे राज्य सरकार का परोक्ष समर्थन प्राप्त है. विहिप पदाधिकारियों ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह हिंसा केवल वक्फ कानून का विरोध नहीं, बल्कि हिंदुओं के खिलाफ कट्टरपंथी तत्वों की सोची-समझी साजिश है, जिसमें राज्य प्रशासन भी मूकदर्शक बना हुआ है. उन्होंने पश्चिम बंगाल की ममता सरकार के खिलाफ नारे लगाए.

प्रदर्शन के पश्चात विहिप, बजरंग दल, दुर्गा वाहिनी और मातृशक्ति के प्रतिनिधियों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम जिला कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने, हिंसा की जांच NIA से कराने और घुसपैठियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की गई है.

ज्ञापन में दावा किया गया कि 11 अप्रैल को मुर्शिदाबाद से शुरू हुई हिंसा में 200 से अधिक हिंदू घर और दुकानें जलाए गए, तीन नागरिकों की हत्या हुई और दर्जनों महिलाओं के साथ दुष्कर्म जैसी घटनाएं सामने आईं. इसके चलते सैकड़ों परिवारों को पलायन करना पड़ा है. संगठनों ने केंद्र सरकार से अपील की है कि देश की अखंडता और हिंदू समाज की सुरक्षा के लिए तत्काल हस्तक्षेप कर आवश्यक कदम उठाए जाएं.

(हीरालाल भाटी की रिपोर्ट)

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