Happy Mother's Day 2022: मदर्स डे पर सरिस्का वन अभ्यारण्य की बाघिन एसटी 2 को सलाम बनता है. बाघ विहीन हो चुके सरिस्का वन अभ्यारण्य (Sariska Forest Sanctuary) को मां ने आबाद करने में ना सिर्फ मदद की बल्कि बाघों का कुनबा बढ़ाकर विश्व पटल पर सरिस्का वन अभ्यारण्य की पहचान बनाई. 2005 के आसपास सरिस्का वन अभ्यारण्य में शिकारियों ने सभी बाघों का सफाया कर दिया था. बाघों के ना होने पर पर्यटकों ने भी सरिस्का वन अभ्यारण्य से मुंह मोड़ लिया था. लेकिन धीरे धीरे रणथंभौर से बाघों का विस्थापन के बाद रौनक लौटने लगी है.


मदर्स डे पर बाघिन एसटी 2 को सलाम


सरिस्का वन अभ्यारण्य को गुलजार करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाली बाघिन एसटी 2 अब तक 9 बाघ बाघिनों की मां बन चुकी है. आपको बता दें कि सरिस्का वन अभ्यारण्य में सबसे ज्यादा एसटी 2 बाघिन के बच्चे हैं. एसटी 2 बाघिन 2008 में रणथंभौर से सरिस्का वन अभ्यारण लायी गयी पहली बाघिन थी. इसके बाघिन एसटी 7, 8, 14 सहित बाघ एसटी 13 अपने बच्चे हैं जबकि बाघिन 17, बाघ एसटी 18 एसटी 2 बाघिन के नाती है जो एसटी 14 की संतानें हैं.


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हजारों लोगों का पेट पालने में मददगार


इसी साल बाघिन एसटी 17 ने भी दो शावकों को जन्म दिया है जबकि एसटी 14 ने भी पिछले साल एक शावक को जन्म दिया था. आज बाघों का परिवार अपनी मां एसटी 2 के साथ खुशहाल बना हुआ है. सरिस्का वन अभ्यारण्य में पर्यटकों की दोबारा आमद से पर्यटन को बढ़ावा मिल रहा है. आसपास के क्षेत्र में सैकड़ों होटल, रेस्तरां और नेचर गाइड को मिलाकर हजारों इंसानों का परिवार पालने में भी एसटी 2 बाघिन मददगार साबित हुई है.


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