राजस्थान की राजधानी जयपुर में रविवार (7 दिसंबर) एक बड़ा घटनाक्रम देखने को मिला, जब मालवीय नगर इलाके में एक पांच मंजिला निर्माणाधीन होटल को नियंत्रित तरीके से गिरा दिया गया. यह इमारत तैयार होने से पहले ही एक तरफ झुकने लगी थी, जिसके बाद प्रशासन ने यह कठोर कदम उठाया.
मालवीय नगर इलाके में यह होटल निर्माणाधीन था. जब यह इमारत एक तरफ झुकने लगी और खतरा पैदा हुआ, तो प्रशासन तुरंत हरकत में आया. कल ही (पिछला दिन), निर्माणाधीन होटल के आसपास के इलाके को खाली करा लिया गया और सुरक्षा के मद्देनजर रास्ते को पूरी तरह से बंद कर दिया गया था. इमारत को गिरने से बचाने के लिए उस पर कई जेसीबी मशीनों का सपोर्ट भी दिया गया था.
5 सेकंड में हुआ ध्वस्तीकरण
आज दोपहर करीब 3 बजे, सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए इस निर्माणाधीन होटल को गिरा दिया गया. केवल 5 सेकंड के भीतर, पूरी पांच मंजिला इमारत मलबे के ढेर में तब्दील हो गई. इस ध्वस्तीकरण के दौरान पूरे इलाके को पूरी तरह खाली रखा गया था ताकि कोई जनहानि न हो.
युद्ध स्तर पर काम है जारी
इमारत को गिराए जाने का वीडियो सामने आया है, जिसके साथ ही घटना से जुड़ी सीसीटीवी फुटेज भी सार्वजनिक हो गई है. वर्तमान में, सड़क पर फैले मलबे को हटाने और इलाके को साफ कर यातायात बहाल करने का काम युद्ध स्तर पर जारी है. प्रशासन ने इस मामले की जाँच के आदेश दिए हैं कि आखिर निर्माण में ऐसी क्या खामी थी, जिसके चलते इमारत झुकने लगी.
स्थानीय निवासियों के अनुसार होटल का निर्माण मात्र सात महीनों में तेज गति से किया गया था. बाहरी काम लगभग पूरा हो चुका था और अंदर इंटीरियर चल रहा था. विशेषज्ञों का अनुमान है कि बेसमेंट खुदाई की गलत पद्धति और तेज निर्माण दोनों मिलकर संरचना की कमजोरी का कारण बने.
इमारत गिरने की आशंका टली
जेडीए के अनुसार यदि कार्रवाई में देरी की जाती तो इमारत किसी भी समय गिर सकती थी, जिससे बड़े हादसे की संभावना थी। तेजी से निर्णय ने स्थानीय आबादी को संभावित खतरे से बचाया।