राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने प्रदेश में यूरिया संकट पर कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा के बयान को हकीकत से परे और किसानों के जख्मों पर नमक छिड़कने वाला करार दिया है. इस दौरान उन्होंने सवाल पूछते हुए कहा कि अगर अपूर्ति पूरी है तो किसान फिर भी कतारों में क्यों खड़ा है?

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टीकाराम जूली ने तीखा हमला बोलते हुए कहा कि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा का यह दावा कि प्रदेश की मांग (11.33 लाख मीट्रिक टन) से अधिक (11.35 लाख मीट्रिक टन) यूरिया मिला है, बीजेपी सरकार के कुप्रबंधन की पोल खोलने के लिए काफी है. इस बीच टीकाराम जूली ने कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा और 'डबल इंजन की सरकार' को लेकर तंज कसा है. 

टीकाराम जूली ने खड़े किए सवाल

टीकाराम जूली ने सवाल करते हुए कहा कि यदि आंकड़े सच हैं, तो कड़ाके की ठंड में किसान लंबी कतारों में क्यों धक्के खा रहा है? क्या यह 'सरप्लस' खाद किसानों के खेतों के बजाय कालाबाजारियों के गोदामों में पहुंच रहा है? इन्हें आखिर ऐसा किसका आशीर्वाद मिला है जो सरकार इन पर कार्रवाई करने में असमर्थ है.

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'मंत्री किरोड़ी लाल अखबारों की सुर्खियों से अनजान'

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि या तो मंत्री किरोड़ीलाल मीणा अखबारों की सुर्खियों से अनजान हैं., जहां रोज किसानों की बेबसी छप रही है, या फिर वे जानबूझकर सच पर पर्दा डाल रहे हैं. यदि सप्लाई भरपूर है, तो इसका सीधा अर्थ है कि वितरण व्यवस्था पूरी तरह फेल हो चुकी है और कालाबाजारी चरम पर है.

नेता प्रतिपक्ष ने 'डबल इंजल सरकार' पर कसा तंज

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने 'डबल इंजन सरकार' पर तंज कसते हुए कहा कि 'सिस्टम अपडेट' और 'सुचारु व्यवस्था' की बातें महज जुमलेबाजी हैं. उन्होंने मांग की है कि सरकार बयानों की लीपापोती छोड़कर कालाबाजारियों पर सख्त कार्रवाई करे और किसानों को तत्काल खाद उपलब्ध कराए. यूरिया संकट के बीच फिलहाल राज्य में घमासान जारी है.