राजस्थान के कोटा स्थित सुकेत थाने के एक अधिकारी छोटूलाल ने अपने रिटायरमेंट के बाद ही चर्चा में आ गए. कारण रिटायर होते ही राजनीति में एंट्री ले कर नई पारी शुरू करना. उन्होंने सेवा से निवृत्त होने के चंद मिनटों बाद ही भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थाम लिया.  

रामगंजमंडी में आयोजित एक सादे कार्यक्रम में उन्होंने शिक्षा एवं पंचायतीराज मंत्री मदन दिलावर की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की. इस घटनाक्रम को लेकर क्षेत्र में काफी चर्चा हो रही है.

रिटायरमेंट के बाद सीधा बीजेपी कार्यालय

छोटूलाल पुलिस सेवा से निवृत्त होते ही सीधे रामगंजमंडी में बीजेपी कार्यालय पहुंच गए. वहां शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने उन्हें पार्टी का दुपट्टा पहनाकर स्वागत किया. कार्यक्रम में पार्टी कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों की भी मौजूदगी रही.

मदन दिलावर ने इस अवसर पर छोटूलाल की सेवा भावना और कानून व्यवस्था को लेकर उनकी निष्ठा की सराहना की. उन्होंने कहा कि थानेदार रहते हुए छोटूलाल ने सुकेत क्षेत्र में अपराध पर सख्त नियंत्रण रखा और आमजन से सादगीपूर्ण व्यवहार किया.

जनसेवा ही अब प्राथमिकता- छोटूलाल

छोटूलाल ने अपने संबोधन में कहा कि उन्होंने जीवन का लंबा समय पुलिस सेवा में दिया है, और अब वे जनसेवा के भाव से राजनीति में उतरे हैं. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उन्हें किसी पद या सम्मान की आकांक्षा नहीं है, बल्कि वे बीजेपी के माध्यम से आम लोगों के बीच रहकर सेवा करना चाहते हैं. उनके अनुसार, मंत्री मदन दिलावर की कार्यशैली और नेतृत्व से प्रेरित होकर उन्होंने पार्टी जॉइन की है.

कानून से समाज सेवा तक

छोटूलाल के इस निर्णय को कई लोग 'सहज लेकिन प्रभावशाली बदलाव' मान रहे हैं. पुलिस सेवा के अनुभव को वे अब राजनीतिक और सामाजिक सुधारों में लगाना चाहते हैं. उनका कहना है कि वही अनुशासन और जवाबदेही वे जनसेवा में भी बरकरार रखेंगे.