Kota Shiv Baraat Accident: राजस्थान के कोटा में महाशिवरात्रि के मौके पर 'शिव बारात' के दौरान बिजली की तार की चपेट में आने से झुलसे एक बच्चे की रविवार (10 मार्च) सुबह जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई. सवाई मानसिंह अस्पताल की अधीक्षक डॉ. अचल शर्मा ने बताया कि 92 प्रतिशत तक झुलसे शगुन (12) का न्यू सर्जिकल गहन चिकित्सा इकाई में उपचार किया जा रहा था.


एसएमएस अस्पताल की सुपरिटेंडेंट ने आगे बताया कि नाबालिग की हालत बहुत ज्यादा खराब थी और रविवार सुबह उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई. उन्होंने बताया कि कोटा से पांच घायल बच्चों को बेहतर उपचार के लिये जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल स्थानांतरित किया गया था. हादसे में झुलसे चार अन्य बच्चे का उपचार ‍गहन चिकित्सा इकाई में जारी है. इससे पहले चिकित्सा और स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर शनिवार को सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती बच्चों से मिले और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली.


हाई टेंशन तार की चपेट में आने से झुलसे बच्चे 


चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने अस्पताल प्रबंधन को बच्चों को बेहतर उपचार उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. खींवसर ने वरिष्ठ प्लास्टिक सर्जन डॉ. प्रदीप गुप्ता एवं डॉ. राकेश जैन को निर्देश दिया कि बच्चों के उपचार में किसी तरह की कोई कमी न रहे और उपचार और स्वास्थ्य पर लगातार निगरानी बनाए रखी जाये. कोटा के सकतपुरा इलाके में शुक्रवार को महाशिवरात्रि के मौके पर 'शिव बारात' के दौरान हाई टेंशन तार की चपेट में आने से 10 से16 साल के बच्चे झुलस गए थे.


बेतहर इलाज के लिए जयपुर रेफर किया गया 


गंभीर रूप से झुलसे पांच बच्चों को इलाज के लिए जयपुर के एसएमएस अस्पताल भेजा गया था जबकि बाकी को कोटा के एमबीएस अस्पताल में भर्ती कराया गया. कोटा पुलिस अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि झुलसने के मामले में आयोजकों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है. कोटा के कुन्हाड़ी थानाधिकारी अरविंद भारद्वाज ने बताया कि आयोजकों की पहचान सकतपुरा क्षेत्र के बद्रीलाल, बाबूलाल और गोपाल के रूप में हुई है.


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