Kota News: देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-मेन के दौरान अनुचित साधनों के प्रयोग के मामलों में आयोजक संस्था नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने 39 स्टूडेंट्स के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 3 वर्ष के लिए परीक्षा से वंचित (डीबार) कर दिया है. 


करियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि इस संबंध में एनटीए ने नोटिफिकेशन जारी किया है. इसमें मल्टीपल एप्लीकेशन फॉर्म से परीक्षा देने वाले स्टूडेंट्स के रोके गए परिणामों तथा अनुचित साधनों के प्रयोग के चलते की गई कार्रवाई की जानकारी दी गई है. नोटिफिकेशन में कहा है कि जेईई-मेन सेशन-1 व 2 के जारी किए गए परिणामों में कई स्टूडेंट्स के परिणाम रोक दिए गए थे.


की जाएगी सख्त कार्रवाई
इन स्टूडेंट्स की ओर से लगातार ई-मेल व अन्य माध्यमों से कारण पूछे जा रहे थे. जेईई-मेन के पब्लिक नोटिस और इनफार्मेशन बुलेटिन में यह बता दिया गया था कि एक स्टूडेंट द्वारा मल्टीपल एप्लीकेशन फॉर्म भरे जाने को स्वीकार नहीं किया जाएगा. ऐसा पाये जाने पर रिजल्ट रोका जा सकता है और निरस्त किया जा सकता है. एक से अधिक आवेदनों को अनुचित साधनों का प्रयोग (अनफेयर मींस) में शामिल किया जाएगा और सख्त कार्रवाई की जाएगी. 


नहीं कर सकते हैं दो स्कोर कार्ड प्राप्त
आहूजा ने बताया कि दी गई जानकारी के अनुसार एनटीए ने स्पष्ट किया कि न्यायालय के निर्देशों के अनुसार एक ही वर्ष में एक स्टूडेंट अलग-अलग एप्लीकेशन फार्म से दो स्कोर कार्ड प्राप्त नहीं कर सकता. अत: ऐसे स्टूडेंट्स जिन्होंने अलग-अलग एप्लीकेशन नम्बर से परीक्षाएं दी हैं, उनका जो बेस्ट स्कोर था उसे जारी कर दिया गया है. इसकी अधिक जानकारी जेईई-मेन के ईमेल पर ली जा सकती है. इसमें ही 39 स्टूडेंट्स पर अनफेयर मींस के तहत की कार्रवाई के बारे में बताया गया है.


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