Rajasthan Police: राजस्थान पुलिस ने कोटा में केशोरायपाटन सीट से बीजेपी की विधायक चंद्रकांता मेघवाल को पांच साल पुराने मारपीट मामले में नोटिस जारी किया है. राजस्थान में 10 जून को राज्यसभा की चार सीटों पर होने वाले चुनाव से पहले जारी नोटिस को लेकर राज्य में राजनीति गर्मा गई है. विधायक मेघवाल के खिलाफ कोटा के महावीर नगर थाने में फरवरी 2017 में दर्ज एक मामले में पुलिस ने नोटिस जारी कर उन्हें पुलिस जांच में सहयोग करने को कहा है.


विधायक यहां प्रशिक्षण में ले रहे भाग


बीजेपी की विधायक जयपुर के बाहरी क्षेत्र जयपुर-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर जामडोली में एक होटल में पार्टी के प्रशिक्षण शिविर में भाग ले रही हैं. उल्लेखनीय है कि राज्यसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने पार्टी और समर्थक विधायकों को दो जून से उदयपुर के एक होटल में ठहरा रखा है. वहीं बीजेपी के विधायक जामडोली में एक होटल में प्रशिक्षण शिविर में भाग ले रहे हैं.


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कांग्रेस ने तीन उम्मीदवार कौन हैं?


कांग्रेस ने तीन उम्मीदवारों रणदीप सुरजेवाला, मुकुल वासनिक और प्रमोद तिवारी को उच्च सदन के चुनाव के लिए टिकट दिया है. वहीं बीजेपी ने घनश्याम तिवारी को मैदान में उतारा है और निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल करने वाले मीडिया कारोबारी सुभाष चंद्रा को समर्थन दिया है. विपक्षी बीजेपी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार पर साजिश के तहत विधायकों को फंसाने का आरोप लगाया है.


पुलिस ने बीजेपी विधायक को किया तलब 


बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बी एल संतोष ने कहा, ‘‘राज्यसभा चुनाव को लेकर राजस्थान में कांग्रेस के खेमे में दहशत का पहला संकेत है. पांच साल पुराने मामले में पुलिस ने बीजेपी विधायक को तलब किया है.’’ बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने ट्वीट किया, ‘‘राज्यसभा चुनावों में नैतिक रूप से हार चुकी कांग्रेस और राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा बीजेपी के विधायकों के (खिलाफ) मुकदमों पर कार्रवाई के नाम पर किस तरीके से भयभीत करने का कुत्सित षड्यंत्र रचा जा रहा है. आग से मत खेलिए गहलोत साहब!! चुनाव तो 10 जून को हो जाएंगे फिर? ’’


लोकेश शर्मा ने किया पलटवार


बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष के बयान पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री के विशेष अधिकारी लोकेश शर्मा ने कहा कि विधायक के खिलाफ जब मामला दर्ज हुआ तब राज्य में बीजेपी की ही सरकार थी. ऐसे में क्या तब इनको 'भयभीत करने का कुत्सित षड्यंत्र रचा' गया था?' पूनिया की ‘आग से मत खेलिए गहलोत साहब!! चुनाव तो 10 जून को हो जाएंगे फिर?’ टिप्पणी पर आपत्ति जताते हुए शर्मा ने कहा कि उन्हें ऐसे शब्द शोभा नहीं देते हैं.


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