Rajasthan News: भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के बाद दोनों देशों के बीच 1965 व 1971 के युद्ध हुए. युद्ध में पाकिस्तन को हार का सामना करना पड़ा. अब 2025 में पाकिस्तान ने नापाक हरकत करते हुए जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला किया. इस हमले के बाद भारत ने सख्त रवैया अपनाते हुए दोनों देशों के बीच के कई समझौते रद्द किए. दोनों देश की सीमा सील हो चुकी है. एक बार फिर दोनों देशों के बीच युद्ध हालात बने हैं.

1965 व 1971 के युद्ध के लड़ाके 81 वर्षीय जोराराम से एबीपी न्यूज़ की खास बातचीत हुई. इस उम्र के बावजूद आज भी उनमें काफी जोश देखने को मिला. उन्होंने बताया, ''पाकिस्तान के 2 टैंकर को हम जोधपुर लेकर आये थे. पाकिस्तान ने उस समय भी मुंह की खाई थी, इस बार भी मुंह की खाएंगे. मुझे मौका मिलेगा तो में आज भी तैयार हूं.'' 1962 इंडो चाइना वार में अंडर ट्रेनिंग थेजोराराम 1962 में भारतीय सेना की 5002 AC बटालियन में TKTPTR (टैंक ट्रांसपोर्ट) के रूप में देश सेवा से जुड़ गए. वह 1962 में इंडो चाइना वार में अंडर ट्रेनिंग थे. उन्होंने 1965 में भारत पाक युद्ध में अपनी बटालियन के साथ पंजाब में फ्रंट मोर्चे पर रहे खेमकरण, असल उत्तर सहित अन्य मोर्चों पर भारतीय टैंको की सप्लाई और नष्ट हुए पाकिस्तानी Patton टैंको का परिवहन किया. 1979 में भारतीय सेवा से हुए सेवानिवृतइसके बाद 1971 में पाक के साथ हुए युद्ध में वह लोंगेवाला, तन्नोट, घोटारू, किशनगढ़ फ्रंट पर लगातार 13 दिन अपना कर्तव्य निभाते रहे. लोंगेवाला में पाकिस्तान के नष्ट हुए T 59 टैंक को परिवहन किया, जिसमें से उनके द्वारा लाया गया एक पाकिस्तानी टैंक आज भी जोधपुर कचहरी के आगे विजय की याद के रूप में रखा हुआ है. 1971 युद्ध के विजय के अगले दिन बॉर्डर पर तत्कालीन रक्षा मंत्री बाबू जगजीवन राम भी उनकी कंपनी से मिलने जैसलमेर आए. 2 युद्ध में फ्रंट मोर्चे पर ड्यूटी निभाने के साथ वह 1979 में भारतीय सेवा से सेवानिवृत हुए. कौन हैं जोराराम बिश्नोईजोराराम बिश्नोई (गोत्र खावा) का जन्म 13/11/1944 को जोधपुर के पास सालोडी गांव में एक किसान चोखाराम जी के घर में हुआ. गांव में पोशाल में शुरुआती शिक्षा के बाद कक्षा 4 से आगे तक की पढ़ाई के लिए दरबार मिडल स्कूल सरदारपुरा जोधपुर में एडमिशन लिया. स्कूल शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने मालानी क्षेत्र में 1958 में निजी स्कूल खोला. आज भी 81 साल से ज्यादा उम्र के बाद भी नशा मुक्त और संयमित दिनचर्या के साथ स्वस्थ जीवन जी रहे हैं.