राजस्थान के जैसलमेर निवासी जलालुद्दीन भी उपराष्ट्रपति का चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने सोमवार (11 अगस्त) को उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया है. जलालुद्दीन अब तक कई चुनाव लड़ चुके हैं. उन्होंने छात्रसंघ, वार्ड पंच, विधायक और सांसद समेत कई और भी चुनाव लड़ा है. उन्होंने अब सीधे उपराष्ट्रपति चुनाव में अपनी ताल ठोक दी है.
जलालुद्दीन जैसलमेर के भागूका गांव के निवासी है. जलालुदीन ने सोमवार को दोपहर 2:39 बजे नामांकन दाखिल किया. उन्होंने बताया कि नामांकन के दौरान उनका प्रस्तावक कोई नहीं था. उन्होंने यह भी बताया कि 22 तारीख तक वे इस पद की दौड़ में है, उसके बाद प्रस्तावक नहीं होने से उनका फॉर्म निरस्त हो जाएगा और 15 हजार रुपए की जमा राशि फिर वापस कर दी जाएगी.
लोकतंत्र में हर व्यक्ति को चुनाव लड़ने की आजादी- जलालुदीन
गौरतलब है कि 38 वर्षीय जलालुदीन वर्तमान में जयपुर में पत्रकारिता की पढ़ाई कर रहे हैं. उनके दो भाई डॉक्टर हैं और उनके दो बच्चे हैं. जलालुदीन का चुनाव लड़ने का लंबा इतिहास रहा है. इससे पहले वार्ड सदस्य, विधानसभा चुनाव, लोकसभा और कुछ वर्ष पहले कॉलेज में भी चुनाव लड़ चुके हैं. जैसलमेर पहुंचने पर उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि लोकतंत्र में हर व्यक्ति को चुनाव लड़ने की आजादी है.
भारतीय लोकतंत्र में सभी नागरिकों को चुनाव लड़ने का अधिकार प्राप्त है, उसके लिए उम्र से लेकर कुछ अन्य नियम कायदे तय किए गए. जो कोई भी नागरिक इसे पूरा करता है और चुनाव लड़ने को इच्छुक होता है वो अपने स्तर से मैदान में उतरता है.
21 अगस्त को नामांकन की आखिरी तारीख
बता दें कि जगदीप धनखड़ के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के बाद इस पद के लिए चुनाव की प्रक्रिया जारी है. इस चुनाव के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 21 अगस्त है और 9 सितंबर को वोटिंग होगी और इसके बाद देश को नया उपराष्ट्रपति मिल जाएंगे.