जैसलमेर बस हादसे में 22 यात्रियों की मौत के बाद राजस्थान के प्राइवेट बस ऑपरेटर्स ने मुसाफिरों की जिंदगी की सुरक्षा को लेकर अब खुद पहल करते हुए कई जरूरी कदम उठाए हैं. इसके तहत पीछे के दरवाजे और इमरजेंसी विंडो के बाहर न सिर्फ सीट को हटाकर उसे पूरी तरह साफ कर दिया गया है, बल्कि प्लेन की तर्ज पर यात्रा शुरू होने से पहले मुसाफिरों को इमरजेंसी दरवाजे और खिड़की के बारे में समझाते हुए उन्हें जानकारी दी जा रही है और साथ ही जागरूक भी किया जा रहा है.
राजस्थान के इतिहास में यह पहली बार है जब बस यात्रा शुरू होने से पहले मुसाफिरों को एरोप्लेन की एयर होस्टेस की तरह सुरक्षा पहलुओं को लेकर ब्रीफिंग करते और डेमो दिखाते हुए मुसाफिरों को जानकारी दी जा रही है.
इमरजेंसी गेट से बाहर निकलने का डेमो दिखाया जा रहा है
यात्रियों को यह बताया जा रहा है कि किसी तरह की इमरजेंसी के हालात होने पर वह किस तरह से इमरजेंसी गेट और खिड़की का इस्तेमाल कर सकते हैं. गेट और खिड़की खोलकर उससे बाहर निकलने का बाकायदा डेमो भी दिखाया जा रहा है. उन्हें यह भी बताया जा रहा है कि बस में फायर उपकरण कहां पर रखे हुए हैं. इसके अलावा कांच को तोड़ने का हैमर यानी हथौड़ा कहां पर रखा हुआ है, इसके बारे में भी बताया जा रहा है. यात्रियों को यह जानकारी बस के कंडक्टर और ड्राइवर दे रहे हैं. वह बाकायदा उसी अंदाज में ब्रीफिंग करते हुए मुसाफिरों को जानकारी दे रहे हैं जिस तरह प्लेन में एयर होस्टेस यात्रा शुरू होने से पहले देती हैं.
प्राइवेट बस ऑपरेटर्स एसोसिएशन ने उठाया कदम
इमरजेंसी गेट और विंडो को खाली करा कर उसके बारे में यात्रियों को डेमो दिखाते हुए जानकारी देने का यह फैसला राजस्थान प्राइवेट बस ऑपरेटर्स एसोसिएशन ने लिया है. एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा का कहना है कि यात्रियों की सुरक्षा का ध्यान हम पहले भी रखते थे, लेकिन जैसलमेर बस हादसे के बाद अब और भी सजग और सतर्क हैं. हमारा रनिंग स्टाफ यात्रियों को न सिर्फ जानकारी दे रहा है, बल्कि उन्हें यह भी भरोसा दिला रहा है कि यात्रा के दौरान वह पूरी तरह से उनकी सेवा में है और हर मुमकिन मदद के लिए भी तैयार है.
बहरहाल देखना यह होगा कि एरोप्लेन की तर्ज पर मुसाफिरों को डेमो दिखाते हुए जानकारी देने का यह सिलसिला लगातार जारी रहेगा या फिर जैसलमेर बस हादसे का मामला ठंडे बस्ते में जाने के बाद इसे भूल जाया जाएगा.