जयपुर ग्रामीण में वनकर्मियों की पिटाई और पुलिस द्वारा कोई सुनवाई नहीं किए जाने से आहत युवक ने पेड़ पर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. वहीं युवक की खुदकुशी के बाद नाराज लोगों ने शुक्रवार (3 अक्टूबर) को जमकर हंगामा किया.

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युवक की आत्महत्या से गुस्साए ग्रामीणों ने वन विभाग के रेंज ऑफिस में तोड़ फोड़ की और हंगामा किया. नाराज लोगों ने थाने में घुसने की भी कोशिश की, जिसके बाद पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर लोगों को जबरन वहां से हटाया. यही नहीं पुलिस पर आंसू गैस के गोले छोड़ने का भी आरोप है. स्थानीय विधायक महेंद्र पाल मीना और अफसर ने मौके पर पहुंचकर नाराज लोगों को शांत कराया. 

आहत होकर युवक ने उठाया कदम

वन विभाग के कर्मचारियों पर आरोप है कि उन्होंने बकरी चराने आए 26 साल के युवक विक्रम का चालान कर दिया और विरोध करने पर उसकी पिटाई की. वहीं जब युवक थाने गया तो वहां भी उसकी सुनवाई नहीं हुई. इसके बाद विक्रम नाम के युवक ने आहत होकर पेड़ पर फंदा लगाया और खुदकुशी कर ली. हालांकि फिलहाल मौके पर शांति है.

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वन विभाग के 3 अधिकारी सस्पेंड

जयपुर ग्रामीण की पुलिस अधीक्षक (एसपी) राशि डोगरा ने बताया कि विभाग ने तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया है. डोगरा ने बताया कि पुलिस और प्रशासन के साथ बातचीत के बाद मुआवजे की मांग पूरी होने पर पीड़ित परिवार पोस्टमार्टम के लिए राजी हो गया.

मृतक की पहचान रायसर के कुशलपुरा गांव के विक्रम के रूप में हुई है, जिसकी गुरुवार (2 अक्टूबर) की दोपहर दो वनकर्मियों ने कथित तौर पर पिटाई की थी. अधिकारियों ने बताया कि उसकी (विक्रम की) बकरियां जंगल में भटक गई थीं, जिसके बाद पीड़ित को कपड़े उतारने के लिए मजबूर किया गया और जुर्माना लगाया गया.

पुलिस से कहा था जान दे दूंगा

एक पुलिस अधिकारी ने बताया, "विक्रम ने अपने परिवार को फोन कर जुर्माने की जानकारी दी थी. बाद में, उसने पीसीआर को फोन कर बताया कि उसे अपमानित किया गया है और वह अपनी जान दे देगा. इसके बाद, जब उसने फोन का जवाब नहीं दिया, तो उसकी लोकेशन ट्रैक की गई. बाद में उसे एक पेड़ से लटका पाया गया."