जयपुर शहर में पिछले तीन दिनों से शहरी इलाकों में दहशत का सबब बने लेपर्ड को आखिरकार देर रात पकड़ लिया गया. हालांकि लेपर्ड ने कई घंटे तक वन विभाग और पुलिस की टीम को छकाया. इस दौरान शहर के चांदपोल इलाके के संजय सर्किल के पास हजारों की भीड़ सड़कों पर जमा हो गई. तमाम लोग हाथों में लाठी डंडे लेकर आए थे.
लेपर्ड की दहशत से डरे और घबराए हुए लोग रेस्क्यू के बाद उसे मौके पर ही मारे जाने की मांग कर रहे थे. पुलिस और वन विभाग की टीम कड़ी मशक्कत के बाद लेपर्ड को किसी तरह पिंजरे में कैद कर सुरक्षित ले गई. रात करीब 11 बजे फिर से नजर आए तेंदुए का पूरा ऑपरेशन सुबह 3 बजे के बाद तक चला. इस दौरान कई इलाकों में हंगामे और अफरा-तफरी के हालात रहे.
शहर में लगातार लेपर्ड की मूवमेंट
वन विभाग की टीम ने हफ्ते भर में दूसरे तेंदुए को शहरी इलाके से पकड़ा है. एक तेंदुआ पिछले शुक्रवार को शहर के सबसे पॉश इलाके सिविल लाइंस में कैबिनेट मंत्री के बंगले के गेट से पकड़ा गया था. यह तेंदुआ सुबह के वक्त एक स्कूल में भी घुस गया था. स्कूल में उस वक्त सैकड़ो बच्चे क्लास कर रहे थे.
लोगों में डर और सतर्कता
जयपुर शहर में पिछले दो महीने से लेपर्ड का मूवमेंट लगातार देखा जा रहा है. कई बार लोगों ने इसे अपनी आंखों से देखा है, तो कई बार इसकी चहल कदमी सीसीटीवी कैमरों में कैद हुई है. पिछले तीन दिनों से एक लेपर्ड शहर के चांदपोल, शास्त्री नगर, विद्याधर नगर, रामनगर और आमेर रोड जैसे इलाकों में भी देखा जा रहा था. इससे इन इलाकों में रहने वाले लोग बेहद डरे हुए हैं और कई परिवार रात में अपने घरों के दरवाजे और खिड़कियां बंद रखते हैं. सड़कों और बस्तियों में शाम होते ही सन्नाटा पसर जाता है, लोग डर के कारण घरों से बाहर निकलने से कतरा रहे हैं. कई लोग अपने बच्चों और बुजुर्गों को घर के अंदर ही रहने की हिदायत दे रहे हैं, वहीं कुछ ने अपने घरों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए अतिरिक्त इंतजाम किए हैं.