जयपुर में बीती रात एक बार फिर लुटेरों के हौसले बुलंद नजर आए. टोंक के एक व्यापारी को कार में बंधक बनाकर न केवल मारपीट की गई, बल्कि चाकू की नोक पर एटीएम से करीब 2 लाख रुपये भी निकलवा लिए गए. लुटेरे वारदात के बाद व्यापारी को टोंक रोड पर रिंग रोड के पास फेंककर फरार हो गए.

Continues below advertisement

जानकारी के अनुसार, टोंक में स्टेशनरी का कारोबार करने वाले विनोद जैन शनिवार (13 दिसंबर) को दुकान से जुड़े काम से जयपुर आए थे. देर शाम करीब 8:30 बजे वह सांगानेर बस स्टैंड पर टोंक जाने के लिए बस का इंतजार कर रहे थे. इसी दौरान एक स्विफ्ट डिजायर कार वहां आकर रुकी. कार में पहले से खड़े दो अन्य लोगों के साथ विनोद भी टोंक जाने के लिए उसमें बैठ गए. कार में पहले से ही दो युवक सवार थे.

करीब 10 मिनट बाद ही कार सवार बदमाशों ने अचानक विनोद की गर्दन पर चाकू रख दिया और नशे के लिए पैसे मांगने लगे. इसके बाद उन्होंने विनोद के हाथ-पैर बांध दिए, आंखों पर पट्टी बांधकर कंबल ओढ़ा दिया और उसकी जेब की तलाशी लेने लगे. एटीएम कार्ड मिलने पर पिन नंबर पूछने के लिए बदमाशों ने उसके साथ मारपीट शुरू कर दी.

Continues below advertisement

चाकू के दम पर बदमाशों ने किया विनोद का अपहरण

बदमाश विनोद को एक सुनसान इलाके में ले गए, जहां पिन नंबर न बताने पर जान से मारने की धमकी दी गई. छीना-झपटी के दौरान चाकू लगने से उसकी उंगली में चोट भी आई. इसके बाद लुटेरों ने उसका मोबाइल फोन छीनकर बंद कर दिया. लगातार डर और मारपीट के बीच मजबूर होकर विनोद ने एटीएम का पिन नंबर बता दिया.

अपहरण के बाद 5 घंटे तक जयपुर में घूमते रहे बदमाश

इसके बाद बदमाशों ने शहर के अलग-अलग इलाकों में तीन बार एटीएम से करीब 2 लाख रुपये निकाल लिए. इस दौरान करीब पांच घंटे तक विनोद को कार में बंधक बनाकर जयपुर की सड़कों पर घुमाते रहे. आरोप है कि बदमाशों ने उसके घर फोन कर 50 लाख रुपये की फिरौती मांगने की भी धमकी दी, जिससे विनोद टूट गया और गिड़गिड़ाने लगा.

पीड़ित की शिकायत पर जांच में जुटी पुलिस

रात करीब 1:30 बजे बदमाश टोंक रोड पर रिंग रोड के पास उसे धक्का देकर फरार हो गए. किसी तरह विनोद पास ही स्थित एक पेट्रोल पंप पर पहुंचा और परिजनों को सूचना दी. परिजन देर रात मौके पर पहुंचे और उसे अपने साथ ले गए. फिलहाल पीड़ित द्वारा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने की प्रक्रिया चल रही है. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.

ये भी पढ़िए- '2014 के बाद एक नया इतिहास गढ़ने की कोशिश हुई', वंदे मातरम् विवाद पर बोलीं प्रियंका चतुर्वेदी