Israel Hamas War: इजरायल और हमास के बीच चल रही जंग के बीच वहां पढ़ रहे भारतीय छात्रों को भारत वापस लाया जा रहा है. इसी बीच भरतपुर के रहने वाला छात्र विपिन भी अपने वतन वापस आया और भारत सरकार का धन्यवाद किया. भरतपुर जिले के सेवर थाना क्षेत्र का रहने वाला विपिन इजरायल की एरियल  यूनिवर्सिटी से पीएचडी कर रहा है. विपिन के 3 वर्ष पूरे हो गए गए है अभी भी पीएचडी करने में दो साल और लगेंगे. 2 दिन पहले विपिन शर्मा अपने घर लौट आया है.  विपिन को देखकर विपिन के परिजनों में खुशी की लहर दौड़ गई.


100 किलोमीटर की दूरी पर बमबारी हो रही है
इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध के कारण विपिन के परिजन भी काफी चिंतित थे. विपिन जहां रहते थे, वहां से लगभग 100 किलोमीटर की दूरी पर बमबारी हो रही है. वहां के सभी लोग भयभीत हैं. सभी लोग अपनी जान बचाने के लिए प्रयास करते नजर आ रहे हैं. हर समय सायरन की आवाज आती रहती है, जिसको लेकर लोग भयभीत हो जाते थे और बमबारी से बचने के लिए बंकर में छुपना पड़ता था. इजरायल और हमास के बीच युद्ध चल रहा है और हर समय वहां रहने वाले हर व्यक्ति को यह डर सताता है. कब कोई बम या मिसाइल उनके ऊपर आकर गिर पड़े. इसलिए हर समय बचाने और छुपाने का प्रयास किया जाता है.


क्या कहना है इजराइल से लौटे छात्र का 
इजरायल से लौटकर भारत आये छात्र विपिन ने बताया है कि वे कैंसर रिसर्च में काम कर रहे हैं. वहां पर माहौल भय का बना हुआ था, जैसे ही सायरन बजता था, हम लोग बंकर की तरफ भागते थे. में भारत सरकार का बहुत-बहुत धन्यवाद करना चाहता हूं, जिन्होंने यह अभियान चलाया और गाजा पट्टी साइड में जो यूनिवर्सिटी है वहां के छात्र ज्यादा भय महसूस कर रहे होंगे. हमारे परिजन भी परेशान हो रहे थे तो हम लोगों ने एंबेसी में आवेदन तो मुझे भारत लाने के लिए मैसेज आया. मैंने अपने प्रोफेसर से बात करके भारत आ गया. मेरे साथ लगभग 200 अन्य लोग भी आए हैं.


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