Rajasthan News: असम के राज्यपाल बनाए गए गुलाब चंद कटारिया ने कल विधानसभा में कहा कि मैं सामान्य बुद्धि का आदमी हूं. मैंने पढ़ाई और नौकरी साथ-साथ की है. जनता हमें जिस भाव से यहां भेजती है, उसपर हमें खरा उतरना चाहिये. सच में जनता की सेवा करना चाहते हो तो ज्यादा से ज्यादा सदन चलाओ. यही सच्ची सेवा है. जनता हमें काम करने के लिए भेजती है न कि सदन में आकर समय बर्बाद करने के लिए.


गुलाब चंद कटारिया ने कहा, "मैं सीपी जोशी का आभारी रहूंगा. इस बार आपने बहुत सम्मान दिया है. मैं सोचता हूं कि जिंदगी में सफलता और असफलता सब अपने अंदर है. अच्छाई अपने लोगों से कहीं से भी ली जा सकती है. जब मैं विधायकपुरी में रहता था तब 1980 में अशोक गहलोत एमपी हुआ करते थे और तब टेलीफोन करने के लिए दो-दो घंटे रिसेप्शन पर बैठते थे. तब मैं सोचता था कि एक सांसद अपने लोगों से बात करने के लिए स्वागत कक्ष में दो-दो घंटे बैठ रहा है. इसका मतलब अच्छाई कहीं से भी ली जा सकती है."


'मेरे सच बोलने पर लोग मुझसे नाराज हो जाते हैं'


गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि जो सच है वो सच है. सच को झूठलाने का प्रयास नहीं किया जाना चाहिए. जब मैं सच बोल देता हूं तो कई लोग नाराज भी हो जाते हैं. जनता ने मुझे यहां तक पहुंचाया है. जनता से बड़ा कोई नहीं होता. कटारिया ने कहा कि मुख्यमंत्री जी मैं आपका हूं. राजस्थान का हूं. मैं असम जाकर अपने आचरण से राजस्थान का गौरव बढ़ाने में कोई कमी नहीं छोडूंगा. मेरे किसी भी आचरण से कोई नुकसान नहीं होगा. मेरी तरफ से कुछ भी अगर कटु बोला गया है तो उसके लिए मैं क्षमा मांगता हूं.


'राजस्थान के लिए पीएम से भी मिल सकता हूं'


कटारिया ने कहा कि प्रदेश की तरक्की के लिए मैं किसी से भी मिल सकता हूं. जरूरत पड़ी तो मैं पीएम से भी मिलूंगा. राजस्थान का उत्थान मेरा उत्थान है. कटारिया ने कहा जो कुछ भी मुझसे होगा सब आपके लिए करूंगा. मैं कई बार कटु शब्द कह दिया हूं तो सभी मुझे क्षमा करेंगे. उन्होंने अपने जीवन से जुड़े कई बातें बताई. 


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