Gourav Vallabh Video: कांग्रेस के तेज तर्रार प्रवक्ता माने जाने वाले गौरव वल्लभ ने गुरुवार (4 अप्रैल) को पार्टी से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद वल्लभ ने बीजेपी का दामन थाम लिया. उन्हें बीजेपी के महासचिव विनोद तावड़े ने पार्टी की सदस्यता दिलाई.


इससे पहले उन्होंने कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भेजी इस्तीफे वाली चिट्ठी में कहा कि पार्टी जिस तरह से दिशाहीन होकर आगे बढ़ रही है वह सहज महसूस नहीं कर रहे हैं. वल्लभ ने कहा, ''मैं सनातन विरोधी नारे नहीं लगा सकता हूं.'' गौरव वल्लभ पिछले कुछ सालों से टीवी डिबेट में कांग्रेस का पक्ष रख रहे थे. 






गौरव वल्लभ और संबित पात्रा का वीडियो वायरल


गौरव वल्लभ के टीवी डिबेट का वीडियो साल 2019 में खूब वायरल हुआ था, जब उनकी बीजेपी के जाने-माने प्रवक्ता संबित पात्रा से एबीपी न्यूज़ के कार्यक्रम में बहस हो गई थी. गौरव वल्लभ ने पूछा था कि पांच ट्रिलियन में कितने जीरो होते हैं.


एबीपी न्यूज़ के खास कार्यक्रम शिखर सम्मेलन में संबित पात्रा आर्थिक मोर्चे पर मोदी सरकार के कामकाज का बखान कर रहे थे. उन्होंने झारखंड में आयोजित एबीपी शिखर सम्मेलन में कहा, ''नरेंद्र मोदी ने सही कहा है कि 70 वर्षों में हिंदुस्तान की अर्थव्यवस्था दो ट्रिलियन डॉलर तक पहुंची थी, लेकिन मात्र 5 साल में वन ट्रिलयन डॉलर जोड़कर एक बड़ा मुकाम हासिल किया. इसलिए ये संभव है कि आने वाले पांच सालों में दो ट्रिलियन डॉलर जोड़ेंगे. विश्व के बुलिंदियों पर हम पांच ट्रिलयन डॉलर की इकॉनोमी जरूर बनेंगे.''


इसके जवाब में गौरव वल्लभ ने कहा कि मुझे लगता है कि मेरे भाई को ये पांच का अंक बड़ा भाता है. पांच ट्रिलियन...पांच रुपये का पारलेजी छीनो सभी से पहले. जो गरीब आदमी पांच रुपये का पारलेजी खाता है वो छीनो पहले. फिर पांच ट्रिलियन की बात करो. ये पांच ट्रिलियन ऐसा ही जैसे इन्होंने कहा था कि 15 लाख रुपये सभी के खाते में आएंगे. संबित भईया पांच ट्रिलियन में कितने जीरो होते हैं? बताना.


इसपर संबित पात्रा ने कहा कि पहले ये राहुल गांधी से पूछ कर आओ. इसके जवाब में गौरव वल्लभ ने कहा कि इन्हें नहीं पता है कि पांच ट्रिलियन में कितने जीरो होते हैं. बता दें तो मेरा चैलैंज है. पांच ट्रिलियन में 12 जीरो होते हैं. इस पूरी बहस का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ.



गौरल वल्लभ पिछले कुछ महीनों से पार्टी की ओर से टेलीविजन कार्यक्रम में शामिल नहीं हो रहे थे और लंबे समय से उनकी कोई प्रेस वार्ता भी नहीं हुई थी. उन्हें 2019 के झारखंड विधानसभा चुनाव में पार्टी ने तब मुख्यमंत्री रहे रघुवर दास के खिलाफ जमशेदपुर ईस्ट से चुनावी मैदान में उतारा था. हालांकि वल्लभ को हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद कांग्रेस ने उन्हें पिछले साल राजस्थान विधानसभा चुनाव में उदयपुर से चुनावी मैदान में उतारा था. इस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा.


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