Crime Against Women in Rajasthan: राजस्थान के दूसरे बड़े जोधपुर जिले में शनिवार की रात हुई गैंगरेप की घटना ने सबको झकझोर कर रख दिया है. नाबालिग प्रेमी युगल अपने घर से भागकर जोधपुर पहुंचे. उन्हें कमरा देकर एक गेस्ट हाउस के स्टाफ ने नाबालिग लड़की से बलात्कार की कोशिश की. लड़की ने विरोध किया तो दोनों को गेस्ट हाउस से बाहर निकाल दिया गया. उसके बाद तीन लोग उन्हें बहला-फुसलाकर एक सुनसान जगह ले गए.वहां पर इन लोगों ने लड़की के साथ गैंगरेप किया. इस दौरान प्रेमी रहम की भीख मांगता रहा.घटना के तीन दिन बाद इस युगल को मंगलवार को उनके गांव भेजा गया. उनको लेने गांव के सरपंच समेत परिवार के अन्य लोग पहुंचे. 


प्रेमी का जन्मदिन साथ मनाने घर से निकले थे 


यह प्रेमी युगल अजमेर के पास एक गांव का रहने वाला है. उस गांव के सरपंच ने बताया कि लड़का-लड़की दोनों नाबालिग हैं. दोनों एक ही स्कूल में साथ पढ़ते थे. दोनों में प्रेम हो गया था. शनिवार की शाम पांच बजे दोनों घर से भाग गए. उस दिन लड़के का जन्मदिन था. रात आठ बजे तक जब लड़की घर नहीं लौटी तो घर वालों ने उनकी तलाश शुरू की.वे लड़के के घर गए. लड़के के पिता ने बताया कि लड़का भी घर पर नहीं है. इसके बाद दोनों परिवार सरपंच के साथ पुलिस थाने पहुंचे और शिकायत दर्ज करवाई. अगले दिन सुबह 6:00 बजे फोन आया था कि ऐसा हादसा हो गया है. सरपंच ने बताया कि इसके बाद वो गांव के कुछ लोगों के साथ जोधपुर पहुंचे.


सरपंच ने बताया कि जोधपुर पुलिस ने अपराधियों को तीन घंटे में ही पकड़ लिया. उन्होंने बताया कि जब वे लड़का-लड़की से मिले तो दोनों बहुत डरे-सहमे थे. सरपंच ने बताया कि हम लोगों ने उनको समझाया. इसके साथ ही बाल कल्याण आयोग भी उनकी काउंसलिंग कर रहा है. सरपंच ने बताया कि उन्हें एक बार तो विश्वास भी नहीं हुआ कि यह अपणायत का शहर जोधपुर दरिंदों का शहर कैसे बन गया.


मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से क्या मांग की


सरपंच ने बताया कि अब हम बच्चों को लेकर जा रहे हैं. दोनों ही परिवार के लोगों से बात हुई है. बाल कल्याण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने भी दोनों परिवारों व बच्चों से बात की है. सरपंच का कहना था कि वो गांव के लोगों की एक मीटिंग कर सबको इस हादसे को भुलाने में मदद करने के लिए तैयार करेंगे, ताकि बच्चों को मुख्य धारा से जोड़ा जा सके. 


घटना के लिए सोशल मीडिया को बताया जिम्मेदार


उन्होंने बताया कि बच्ची का पिता नहीं है. मां छोटा-मोटा काम करके गुजर-बसर कर रही है. उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहवोत से मांग की कि जब लड़की बालिग हो जाए तो उसे एक सरकारी नौकरी दी जाए.उन्होंने कहा कि वो इस घटना के लिए सोशल मीड़िया को जिम्मेदार मानते हैं. उन्होंने कहा कि वो अपने गांव के सभी स्कूलों में जाएंगे और बच्चियों से समझाएगे, जिससे इत तरह की घटना दोबारा न हो. उन्होंने कहा कि जिन लड़कियों के मोबाइल में स्नैपचैट, इंस्टाग्राम और अन्य सोशल मीडिया ऐप हों, उन्हें तुरंत डिलीट किया जाए. 


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