Rajasthan News: मशहूर लेखक चेतन भगत (Chetan Bhagat) ने कोटा के कोचिंग स्टूडेंट्स से संवाद किया. यूआईटी ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि स्टूडेंट्स सुसाइड मेंटल हेल्थ का इशू है. उन्होंने माना कि बच्चों पर प्रेशर तो है उसको आसान किया जाना चाहिए. पेरेंट्स को भी सोचना चाहिए कि जिंदगी में आगे बढ़ने के बहुत रास्ते हैं.


चेतन भगत ने कहा कि एक-दो सेटबैक से जिंदगी खत्म नहीं होती. दिल टूटता है, इसका मतलब यह नहीं कि आप बहुत बड़ा कदम उठा लें. तनाव बातों से नहीं निकलेगा, हार्ड फिटनेस भी जरूरी है. पुशअप, रन सहित एक्सरसाइज करना जरूरी है. फिजिकल फिटनेस पर भी ध्यान देना जरूरी है.


छात्रों को दी सलाह


चेतन भगत ने कहा कि यदि आप डॉक्टर और इंजीनियर नहीं बन सके तो क्या हुआ किसी हॉस्पिटल के बार स्नैक की दुकान खोल लेंगे, तो डॉक्टर से ज्यादा कमा लेंगे. जिंदगी में सफल होने के कई मौके आएंगे. परिवार के सदस्यों को भी समझना होगा. अंदर ही अंदर निराशा होगी तो भी लगे रहे कहीं ना कहीं पहुंच जाओगे कड़ा कदम लेना ठीक नहीं. यहां जितने आते हैं, सभी सफल नहीं होते, इसका मतलब ये नहीं की, आप सुसाइड कर लें. दूसरों ने भी दूसरे क्षेत्र में मुकाम बनाया है. उन्होंने कहा कि मुझे ही देख लो, आईआईटी की सोच के बाद भी राइटर बन गया. उन्होंने कहा कि ये नहीं कुछ और सही, ये परीक्षा ना सही कोई और सही.


सुसाइड का रास्ता अच्छा नहीं


सुसाइड के बारे में उन्होंने कोचिंग स्टूडेंटों को कई नसीहतें दी तो कई कड़वी बातों से भी अवगत कराया. उन्होंने कहा कि सुसाइड ही रास्ता नहीं है, ये रास्ता अच्छा नहीं है. लाइफ में कोई कहीं भी पहुंच सकता है. लाइफ गंदा टाइम देती है, तो अच्छा टाइम भी देती है. उन्होंने कहा जो नहीं पढा, वह पत्थर तोड़ेगा. चेतन भगत से कई स्टूडेंटों ने भी सवाल किए और पूछा की दिमाग में ये भी चलता है कि यदि ये नहीं किया तो क्या करेंगे, और ये भी चलता है कि ये भी कर लो और वो भी कर लो सब कर लो.


इस पर चेतन भगत ने बताया कि लाइफ में एक ही रास्ता नहीं है, जिन्होंने नीट, आईआईटी नहीं कि उन्होंने बहुत कुछ किया है. कुछ भी हो मेहनत करना मत छोडो, ये दुनिया आसानी के लिए नहीं बनी. सभी को कड़ी मेहनत करनी पड़ती है, आप भी करो, लेकिन हार नहीं मानो.


बताई अपनी कहानी


उन्होंने कहा कि दिगाम सभी का एक जैसा ही होता है. सफल लोग अपने ब्रेन को सही दिशा में और असफल लोग उसे गलत दिशा में लगाते हैं. यह फर्क होता है, सफल और असफल व्यक्तियों के बीच. उन्होंने कहा कि अगर आप ब्रेन को रीप्रोग्राम करो कि मुझे लाइफ में इमिडिएट मजे नहीं चाहिए, तो फिर आपके लाइफ की जर्नी बहुत आसान हो जाती है.


इसी आधार पर मैंने जेईई, आईआईएम, फिल्में, बुक लिखी, मोटिवेशनल स्पीकिंग में कॅरियर बनाया और अब यूट्यूब चैनल स्टार्ट किया. उन्होंने स्टूडेंट्स से कहा कि अभी आप अपना पूरा फोकस पढ़ाई पर रखो, सोशल मीडिया या रील बनाने या लाईक और कमेंट करने से कुछ हासिल नहीं होगा. इसमें सिर्फ आपका समय ही बर्बाद हो रहा है. जिस लड़की को आप इंस्टा पर लाइक कर रहे हो, वो आपको कभी कुछ नहीं देगी.


सोशल मीडिया को लेकर क्या कहा?


चेतन भगत ने कहा कि ये जो अभी आपका वक्त है, वो निकल गया तो फिर कभी वापस लौटकर नहीं आएगा. इन दिनों यदि आपने अपना पूरा फोकस अपने गोल पर कर लिया तो जिसकी आशा और सपने आपने देखे हैं वो सब आपको मिलेगा. आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं है और यदि आपने अभी अपना समय सोशल डिया पर लगा दिया तो आप सफल व्यक्ति नहीं लुक्खे बन जाओगे.   


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