राजस्थान की राजधानी जयपुर में गौ माता को राष्ट्र माता का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर धर्म सभा आयोजित की गई. इस धर्म सभा में देश के तमाम बड़े संत महात्मा के साथ कई अखाड़ों के महामंडलेश्वर और आचार्य व पीठाधीश्वर के साथ ही अलग अलग परंपराओं के संत शामिल हुए.

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धर्म सभा में मुख्य रूप से तीन प्रस्ताव पारित किए गए, जिसमें गौ माता को राष्ट्र माता का दर्जा दिया जाए, गौवध पर पूरे देश में एक समान और कड़ा कानून बनाया जाए और गौ माता के संरक्षण को लेकर कड़े कदम उठाए जाएं. 

धर्म सभा में लिए गए तीन बड़े फैसले

गौ माता उच्च अधिकार समिति की तरफ से आयोजित की गई इस धर्म सभा में मुख्य रूप से यह फैसला किया गया कि अगर सरकार ने 3 महीने में उनकी यह मांगे नहीं मानी तो संत महात्मा मार्च महीने में दिल्ली कूच करेंगे. 

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संतों ने कहा कि देश भर के सवा लाख संत महात्मा दिल्ली में डेरा डालेंगे. संत महात्माओं के साथ ही उनके अनुयायी भी दिल्ली आंदोलन में शामिल होंगे. संत महात्मा दिल्ली से तभी वापस होंगे जब गौ माता को राष्ट्र माता का दर्जा मिल जाएगा 

कंप्यूटर बाबा ने बुलाई धर्म सभा

जयपुर के फाइव स्टार होटल में हुई धर्म सभा का आयोजन महामंडलेश्वर कंप्यूटर बाबा ने किया. धर्म सभा की अध्यक्षता आवाहन अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी प्रकाशानंद गिरि जी महाराज ने की. इसमें परी अखाड़े की पीठाधीश्वर साध्वी त्रिकाल भवंता और सनातनी किन्नर अखाड़े की संस्थापक भवानी मां भी मौजूद थीं.

इंद्रप्रस्थ पीठाधीश्वर जगद्गुरु योगेश्वराचार्य जी महाराज समेत अलग-अलग अखाड़े और संप्रदायों से जुड़े हुए तमाम दूसरे संत महात्मा भी शामिल थे. इस धर्म सभा में महामंडलेश्वर अजय दास, महामंडलेश्वर आनंदेश्वर महाराज, महामंडलेश्वर प्रेमपुरी, महामंडलेश्वर भोलागिरी, महामंडलेश्वर स्वामी अजय योगी, महामंडलेश्वर सूरज गिरि, महामंडलेश्वर राघवेंद्रानंद, महामंडलेश्वर कपिल मुनि, महामंडलेश्वर स्वामी हरि ओम, महामंडलेश्वर तनीषा सनातनी, महामंडलेश्वर खड़ेश्वरी, महामंडलेश्वर लाल मणिदास समेत तमाम अन्य प्रमुख संत भी मौजूद थे.

राजनीतिक व्यक्तियों धर्म सभा में नहीं बुलाया गया

संतों ने एक स्वर में कहा कि गौ माता को लेकर अब इस तरह का आंदोलन किए जाने की जरूरत है, जिस तरह का आंदोलन अयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर निर्माण के लिए किया गया था. गौ माता को राष्ट्र माता का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर संत महात्माओं ने भरी हुंकार. इस धर्म सभा में किसी भी राजनीतिक व्यक्ति को नहीं बुलाया गया था. इसमें सिर्फ धर्माचार्य ही शामिल थे धर्म सभा में सिर्फ गौ माता को लेकर ही चर्चा की गई.

दर्म रक्षा के लिए करेंगे दिल्ली कूच

कहा गया कि गौ माता के लिए अब आंदोलन करना ही होगा. गौ माता को राष्ट्र माता का दर्जा दिए जाने के बाद ही भारत के हिंदू राष्ट्र बनने का रास्ता साफ होगा. धर्म सभा में कहा गया कि गौ माता के लिए दिल्ली कूच का आंदोलन धर्म रक्षा के लिए होगा.

'सनातनियों की पार्टी होने का दावा करने वालों ने कुछ नहीं किया'

इस मौके पर कहा गया कि गौ माता को लेकर कोई भी सरकार और पार्टी बहुत गंभीर नहीं है. सनातनियों की पार्टी और सरकार होने का दावा करने वाले भी गौ माता के लिए कुछ नहीं कर रहे हैं.