Bharatpur News: हर वर्ष सावन के महीने की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरियाली तीज का पर्व मनाते हैं. हिन्दू धर्म में हरियाली तीज का अलग ही महत्व माना जाता है. हरियाली तीज को महिलाओं का पर्व माना गया है. हरियाली तीज के दिन महिलाएं हरी चूड़ी और हरी साड़ी पहन कर अपने पति की लम्बी आयु के लिए और सुखमय वैवाहिक जीवन की कामना करते हुए व्रत रखती हैं और पूजा-अर्चना करती हैं.


भरतपुर में हरियाली तीज


हरियाली तीज को श्रावणी तीज भी कहा जाता है. हरियाली तीज के पर्व को भगवान शिव और माता पार्वती के पुनर्मिलन के लिए भी मनाया जाता है. हरियाली तीज के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की की पूजा की जाती है. महिलाएं आज के दिन मेहंदी लगाती हैं और सोलह श्रृंगार करती हैं. सावन के गीतों के साथ झूला भी झूलती हैं. सुहागिन महिलाओं के साथ अविवाहित युवतियां भी आज के दिन व्रत रखकर अच्छे वर की कामना करती हैं.   


भरतपुर में भी हरियाली तीज पर हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. अटल बंद गेट के बाहर प्राचीन गणेश मंदिर पर मेला लगता है. जहां शहर की महिला पुरुष गणेश मंदिर पर जाकर पूजा अर्चना करते हैं. 


बिहारी जी मंदिर में छप्पन भोग 
भरतपुर के ऐतिहासिक और प्राचीन बिहारी जी के मंदिर में छप्पन भोग की झांकी और फूल बंगला झांकी सजाई गई है. बिहारी जी के मंदिर में भक्तों की काफी भीड़ लगी है. भीड़ को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं. पुलिस का अतिरिक्त जाप्ता लगाया गया है. सादी वर्दी में भी पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं, जो सभी आने-जाने वालों पर निगाह रखे हुए हैं. मथुरा गेट थाना पुलिस के साथ लाइन से अतिरिक्त जाप्ता लगाया है.पुलिस के सर्किल अधिकारी नगेंद्र कुमार खुद मौके पर रहकर सुरक्षा वयवस्था पर नजर रखे हुए हैं.   


ये भी पढ़ें


Rajasthan Elections: बीजेपी ने शुरू किया परिवारों को पार्टी से जोड़ने का काम, हर विधानसभा में 50 हजार सदस्य बनाने का लक्ष्य