Rajasthan Election 2023: कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी चयन में कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व के दखल होने का फार्मला हिट रहा. इसके बाद अब कांग्रेस इस फार्मूले को राजस्थान में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव (Rajasthan Assembly Election 2023) में भी आजमाने की कोशिश में है. पार्टी के शीर्ष नेतृत्व इसी फार्मूले के सहारे राजस्थान में भी जीत के सपने संजोए हुए है. राजस्थान में कांग्रेस को अपनी सरकार बचाने के लिए चुनाव मैदान में जाना है. कांग्रेस नेतृत्व ने अपने फैसले से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) को अवगत करा दिया है.
क्या है कांग्रेस का फार्मूलाराजस्थान कांग्रेस के सूत्रों के अनुसार प्रदेश में अगर यह फार्मूला लागू हो गया तो फिर प्रदेश का शीर्ष नेतृ्त्व अपने चहेतों को टिकट दिलाने के लिए जोर-आजमाइश नहीं कर पाएगा. कर्नाटक फार्मूले के तहत स्टेट लीडरशिप की बजाए केंद्रीय नेतृत्व की मर्जी से ही टिकट तय होंगे. पार्टी हाईकमान की इस मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा से भी चर्चा हो चुकी है.
दरअसल कर्नाटक फार्मूले के तहत प्रत्याशी चयन में प्रदेश के शीर्ष नेताओं से केवल राय ही ली जाएगी. प्रत्याशी का फैसला शीर्ष नेतृत्व करेगा. जानकारों का कहना है कि प्रत्याशी चयन के लिए होने वाली स्क्रीनिंग कमेटी की बैठकों में भी स्टेट लीडरशिप अपने-अपने समर्थकों के लिए ज्यादा प्रयास नहीं कर पाएंगे.
किसे मिलेगा कांग्रेस का टिकटकांग्रेस सूत्रों के मुताबिक प्रत्याशी चयन में इस बार नेताओं की सिफारिश नहीं बल्कि सर्वे रिपोर्ट प्रमुख आधार होगी. अगर सर्वे में मौजूदा विधायकों की ग्राउंड रिपोर्ट सही नहीं है तो उन विधायकों का टिकट काटकर सर्वे में सामने आए मजबूत चेहरे को टिकट दिया जाएगा. कांग्रेस नेतृत्व लगातार विधायकों और जिताऊ चेहरों को लेकर सर्वे करवा रहा है.
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