Jaipur News: जयपुर में आज, रविवार को SC-ST महापंचायत में बड़ी घटना घट गई. गहलोत सरकार में मंत्री गोविंद राम मेघवाल को अधिक नहीं बोलने दिया गया, जिससे वो नाराज होकर मंच छोड़कर चले गए. इसके बाद मंच पर अफरातफरी मच गई. मंच पर ही मारपीट भी हुई है, जबकि उस दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री नमो नारायण मीणा बोल रहे थे. इसके बाद वहां का माहौल एक बार पूरी तरह से अंडर कंट्रोल हो गया. 


मंच के नीचे भी मारपीट जैसी स्थिति बनी रही. यह महापंचायत कई मायनों में खास मानी जा रही है. ऐसे में इस तरह से मारपीट की स्थिति बनने से इसके कई मायने निकाले जा रहे हैं.



कुछ ऐसा रहा माहौल
दरअसल, रविवार (2 अप्रैल) को इस महापंचायत से अपना मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग उठी है, जबकि यहां से कोई राजनीतिक बात न करने की बात कही गई थी. प्रदेश में एससी-एसटी आयोग को संवैधानिक दर्जा देने और समाज की जनसंख्या को देखते हुए दो फीसदी और आरक्षण बढ़ाने की मांग की गई है. वहीं, महापंचायत के दौरान मंच पर गहलोत सरकार में मंत्री गोविंद राम मेघवाल भी मौजूद रहे, जो एकाएक नाराज हो गए और देखते ही देखते वहां विवाद की स्थिति बन गई. 


दरअसल, मंच पर आयोजकों ने मंत्री मेघवाल को बोलने के लिए दो मिनट का समय दिया था. इसी बात को लेकर उनके समर्थक नाराज हो गए और मंत्री के जाते ही वहां हाथापाई की नौबत आ गई. इधर, मंत्री मेघवाल के अलावा तीन अन्य मंत्री महापंचायत में शामिल हुए थे, जो विवाद के बाद बिना संबोधन के लौट गए. इसके बाद माहौल तनावपूर्ण बन गया था. 


सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश 
इस महापंचायत से एक बार सरकार पर दबाव बनाने की तैयारी दिखी है. यहां पर अशोक गहलोत सरकार में कई मंत्री मौजूद रहे. जो अपनी अपनी बात को रखे भी. यहां से एक बार फिर सभी दलों को सन्देश देने की बात दिख रही है.


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