Rajasthan News Today: संघ लोक सेवा आयोग द्वारा बीते सप्ताह घोषित सिविल सेवा परीक्षा परिणाम में राजस्थान के कई युवाओं का चयन हुआ है. चयनित होने वालों में 91वीं रैंक पाने वाले नेत्रहीन मनु गर्ग भी शामिल हैं, जो अब प्रदेश के युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बनकर उभरे हैं. राजस्थान की इन होनहार प्रतिभाओं के सम्मान में राज्य सरकार ने शुक्रवार को एक कार्यक्रम आयोजित किया. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा इस कार्यक्रम में इसमें शामिल है. सीएम ने राजस्थान से चयनित प्रतिभाओं का सम्मान किया. उन्होंने सभी को बधाई और शुभकामनाएं दी.
लोक सेवकों का नवाचारी होना महत्वपूर्ण- CM
सीएम ने आगे कहा, "नए दौर में लोक सेवकों का नवाचारी होना महत्वपूर्ण है. ताकि आम लोगों को बेहतर नागरिक केंद्रित सेवाएं प्रदान की जा सके." सम्मान समारोह में मुख्य सचिव सुधांशु पंत ने कहा, "लोक सेवक के रूप में देश और समाज की सेवा का सौभाग्य चुनिंदा लोगों को ही मिल पाता है." राज्य के पुलिस महानिदेशक यूआर साहू ने कहा, "अपने सेवाकाल में हमेशा गरीब कल्याण को प्राथमिकता देने का संकल्प लें. अपनी सफलता में माता-पिता और परिजनों के योगदान को कभी नहीं भूलें." मनु गर्ग ने 'मां' को दिया सफलता का श्रेय जयपुर निवासी दृष्टिबाधित मनु गर्ग ने मुख्यमंत्री भजनलाल से बातचीत में कहा, "दृष्टिबाधित होने के बावजूद सिविल सेवा परीक्षा में देशभर में 91 वां स्थान हासिल किया है. उन्होंने अपनी इस सफलता का मूल मंत्र अपनी माताजी के संकल्प को बताया." देशभर में 20वां स्थान हासिल करने वाले जोधपुर निवासी त्रिलोक सिंह ने कहा, "लोक सेवक के रूप में वे भारतीय सेना में सेवा दे चुके हैं. अब अपने पिता द्वारा दी गई प्रेरणा को लोक सेवा के जरिए आगे बढ़ाएंगे."