राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दो दिवसीय दिल्ली दौरे से आज जयपुर लौटे हैं. इस दौरान मीडिया से बातचीत में बिहार चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार पर गहलोत ने कहा कि चुनाव के बीच में महिलाओं को 10-10 हजार रुपये बांटे गए, यह बड़ा कारण रहा.
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर कहा कि वो कांग्रेस में फूट की बात करते हैं. भाजपा में फूट के कारण ही अब तक राष्ट्रीय अध्यक्ष का चयन नहीं कर पाई. भाजपा और RSS की क्या क्या बातें होती है. हमारे यहां मल्लिकार्जुन खड़गे अध्यक्ष हैं. कांग्रेस में किसी तरह की फूट नहीं हैं.
बिहार चुनाव में पैसे बांटने को लेकर भड़के अशोक गहलोत
बिहार चुनाव को लेकर अशोक गहलोत ने कहा कि चुनाव चल रहे हैं, पहले-दूसरे चरण की पोलिंग हो रही है, उस बीच दस हजार रुपये महिलाओं को बंट रहे हैं. एक महिला के तो बात चलती है कि महिलाओं ने वोट दे दिया उनको, मैं कहना चाहूंगा खाली महिला ने नहीं दिए, महिला के लगभग पूरे परिवार ने उनको वोट दिए.
गहलोत ने आगे कहा कि दस हजार रुपये उनके परिवार के अंदर आ गए. उन्होंने कहा कि बिहार में बुजुर्गों को चार सौ रुपये पेंशन मिलती थी, जिसको एक हजार रुपये कर दिया गया. पोलिंग के दौरान वहां पर पैसे बंटते रहे इसको क्या कहा जाएगा? अशोक गहलोत ने कहा कि इस हार का प्रमुख कारण चुनाव के बीच में पैसे बांटना रहा है.
बिहार चुनाव के नतीजों पर बोले गहलोत
बिहार चुनाव में मिली हार पर अशोक गहलोत ने बताया कि वैसे तो कई कारण होंगे पर यह कारण तो स्पष्ट है कि राजस्थान में हमारी गवर्नमेंट थी. हमारी 2022 की बजट की स्कीम थी, कि हम लोग युवाओं को मोबाइल फोन, महिलाओं को बीस-बीस लाख रुपये देंगे.
उन्होंने आगे कहा कि चुनाव डिक्लेयर होते ही चुनाव आयोग ने वो स्कीम बंद करवा दी जिसकी वजह से नहीं बांट सके. हम लोग सिर्फ चालीस लाख ही बांट पाए. इससे लगभग एक करोड़ महिलाएं वंचित रह गई. महिलाओं की पेंशन रोक दी गई. वैसे ही स्कीम गरीबों के लिए, अन्नपूर्णा योजना रोक दी गई. हमने ऑब्जेक्शन भी नहीं किया, क्योंकि चुनाव आयोग का निर्देश है निष्पक्ष चुनाव होना चाहिए, हमने साथ दिया.
अंता उपचुनाव को लेकर क्या बोले अशोक गहलोत?
राजस्थान में अंता में हुए उप चुनाव में कांग्रेस की जीत को लेकर बोले गहलोत कहा कि राजस्थान की स्थिति बिल्कुल अलग है. आप वहां किसी से बात करोगे, पूरे प्रदेश के अंदर, किसी से भी, गांव के अंदर कहीं पर भी, एक ही बात मिलेगी, पिछली गवर्नमेंट के जो काम थे, सोशल सिक्योरिटी के थे, या हेल्थ के थे, एजुकेशन के थे, सब में हमने कीर्तिमान स्थापित किया.
अब जो सरकार आई है उसने कई योजनाएं बंद कर दी हमारी या कमजोर कर दी, तो विजिबल लोगों को दिखता है भई ये क्या हो गया? विजिबल दिखता है लोगों को, और गवर्नेंस कुछ हो नहीं पा रही, लोगों में गुस्सा भी है नई गवर्नमेंट के प्रति. तमाम कारण ऐसे रहे जिसके कारण हम लोग वहां पंद्रह हजार से अधिक वोट से जीते हैं.
पीएम मोदी को लेकर बोले अशोक गहलोत
प्रधानमंत्री मोदी के कांग्रेस को लेकर दिए गए बयानों पर कहा कि बिल्कुल ही बकवास है. पीएम मोदी को कांग्रेस के बारे में यह बोलने का कोई हक नहीं है. उन्हें अधिकार ही नहीं है कि वह कांग्रेस की टूट के बारे में बात करें कि वहां दो टुकड़े हो जाएंगे या जो भी बोले मैं उचित नहीं मानता. उनको अपना घर संभालना चाहिए.
उन्होंने आगे कहा कि आज लगभग दो साल हो गए वह बीजेपी का अध्यक्ष नहीं बना पाए, अभी नड्डा बैठे हुए हैं. आरएसएस और बीजेपी पीछे पता नहीं क्या बात होती रहती है, डेढ़ दो साल से जो पार्टी अपना अध्यक्ष नहीं चुन पाए तो फूट उनमें है या फिर कांग्रेस में? अगर फूट उनमें है, तो वो अपना अध्यक्ष नहीं बना पा रहे हैं. हमारे यहां तो खड़गे अध्यक्ष हैं.
हमारी पार्टी एकजुट है- अशोक गहलोत
कांग्रेस को लेकर अशोक गहलोत ने कहा कि हमारी पार्टी एकजुट है मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी के नेतृत्व में हम लोग सोनिया गांधी का सम्मान सभी एकजुट होकर करते हैं. हमारी पार्टी में कोई ऐसी स्थिति कभी बनी नहीं, न चर्चा हुई है.
अशोक गहलोत ने कहा कि चर्चा पीएम मोदी ने ही शुरू की है, क्योंकि ध्यान भटकाने के लिए कि वह अपना अध्यक्ष नहीं बना पा रहे हैं. हमारा तो यह कहना है. राष्ट्रवादी और सब बातें वो नामदारी उनके जुमले हैं, जिसमें कोई दम नहीं है. वह ऐसे जुमले बोलते रहते हैं और उनका मैं जवाब नहीं देना चाहता.