राजस्थान प्रदेश के भीलवाड़ा शहर के पंचमुखी मोक्षधाम से पंचमुखी हनुमान मंदिर तक जलदाय विभाग का नगर निगम की बिना अनुमति के सड़क खोदने से आमजन को होने वाली परेशानी के चलते महापौर राकेश पाठक सोमवार को नाराज हो गए.

उन्होंने विभाग के जेईएन से जवाब-तलब करते हुए हाथ जोड़ने के साथ ही उसके पांव तक पकड़ लिए. इसका वायरल वीडियो शहर में चर्चा का विषय बन गया है. जलदाय विभाग की ओर से पाइप लाइन डालने पर महापौर राकेश पाठक अड़ गए.

पार्षद हेमंत शर्मा ने काम रुकवा दिया

बिना रोड कटिंग की अनुमति लिए जलदाय विभाग का ठेकेदार सड़क को खोद रहा था. इसका पता चलने पर पार्षद हेमंत शर्मा ने काम रुकवा दिया. इस बीच जलदाय विभाग के जेईएन श्रीराम मीणा पहुंचे और काम चालू कराने के लिए दबाव डालने लगे. पार्षद शर्मा ने महापौर पाठक को मौके पर बुलवा लिया. 

इस वीडियो में महापौर राकेश पाठक कहते सुनाई दे रहे हैं कि सर, पंचमुखी श्मशान घाट से लेकर पंचमुखी मंदिर तक आपने 2 महीने पहले रोड खोदी. हम आपसे कह रहे हैं कि पंच पूर्णिमा आ रही है, गुरु पूर्णिमा आ रही है. रोड बना दो. आपके हाथ जोड़ रहे हैं. आप कैसे मानते हो बताओ?

क्या आप मुख्यमंत्री जी से ऊपर हो- राकेश पाठक

राकेश पाठक ने कहा, आप कुछ नहीं करते हो. क्या निगम से आपने रोड कटिंग नहीं ली? आप इल्लीगल काम क्यों कर रहे हो? आपदा नियंत्रण कक्ष ने आदेश जारी कर दिए हैं कि सितंबर माह तक कोई भी रोड नहीं खोदा जाएगा. फिर आप रोड क्यों खोद रहे हो? क्या आप मुख्यमंत्री जी से ऊपर हो? 

आपने मुझे बोला, विधायक साहब ने बोला है. विधायक साहब अवैधानिक काम करने के लिए नहीं बोलते हैं. वो अवैधानिक काम करने की कभी नहीं कहते हैं. यह समस्या क्या आजकल में खड़ी हुई है? बरसों से समस्या थी, तो एक महीने और रुक सकता था. कोई व्यक्ति गिर के मर जाएगा.

हमने निगम में आवेदन कर दिया- श्रीराम मीणा 

जलदाय विभाग के जेईएन श्रीराम मीणा ने कहा कि हमने निगम में आवेदन कर दिया है. इस पर नगर निगम के महापौर राकेश पाठक बोले कि केवल आवेदन देने से ही काम थोड़े ही चलता है, अनुमति भी तो मिलनी चाहिए. इसके बाद उन्होंने निगम के अतिक्रमण दस्ते को बुलवाकर जेसीबी को जब्त करवा लिया.

इधर, जलदाय विभाग के जेईएन श्रीराम मीणा ने बताया कि खोदी गई सड़क पर सीसी की जा रही है. बारिश के कारण शेष खुदाई पर सीसी नहीं हो रही. पार्षद मौके पर पहुंचे और जेसीबी की चाबी ले गए. इससे काम बंद हो गया.

जनप्रतिनिधियों की भी सुनवाई नहीं हो रही

राजस्थान में ब्यूरोक्रेसी और प्रशासन इस कदर हावी है कि भीलवाड़ा जिले में 7 में से 7 बीजेपी व समर्थित विधायक और सांसद भी बीजेपी से हैं. लेकिन बावजूद इसके, जनता के चुने गए जनप्रतिनिधि, जनता के मुद्दे उठाने के लिए अधिकारियों के पैरों में गिरने को विवश हैं.

यह सरकार नहीं, सर्कस है, जहां माफिया हावी है और भ्रष्टाचार चरम पर है. जनता को छोड़िए, यहां तो जनप्रतिनिधियों की भी सुनवाई नहीं हो रही. अधिकारी बड़ी निर्लज्जता के साथ सार्वजनिक रूप से जनप्रतिनिधियों का अपमान कर रहे हैं. 

मामला पुलिस और भू-माफियाओं के बीच मिलीभगत के गंभीर आरोपों से जुड़ा

राजस्थान प्रदेश के बांसवाड़ा जिले की गढ़ी विधानसभा से बीजेपी विधायक कैलाश मीणा के थाने के बाहर धरना देने और डिप्टी एसपी के पैर छूने की घटना ने सुर्खियां बटोरी हैं. यह मामला पुलिस और भू-माफियाओं के बीच मिलीभगत के गंभीर आरोपों से जुड़ा है.

इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.