Rajasthan Police News: राजस्थान पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा के निर्देश के बाद भरतपुर संभाग में भी ऑपरेशन वज्र प्रहार चलाया गया जिसमें अपराधियों और असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की गई. भरतपुर संभाग के चारों जिलों भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाईमाधोपुर में पुलिस ने टीम गठित कर एक साथ 12 सौ 23 जगहों पर अपराधियों को पकड़ने के लिए दबिश दी थी.
संभाग के चारों जिलों में 1860 पुलिस अधिकारियों की 309 से ज्यादा टीमें बनाई गईं. इन टीमों में पुलिस के अधिकारी भी शामिल थे. सभी टीमों ने मिलकर अलग-अलग जगह पर दबिश देकर कुल 1370 चालान शुदा अपराधियों को गिरफ्तार किया है.
पकड़े गए आरोपियों में 148 स्थाई वारंटी, 299 वांछित अपराधी गिरफ्तार किये है. पुलिस ने 2 आरोपियों से 57 ग्राम स्मैक बरामद की है. दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस ने आर्म्स एक्ट में 2 अपराधियों को गिरफ्तार किया है. दोनों अपराधियों से 1 कट्टा और 1 पोना बरामद किया गया है. साथ ही 43 ऐसे अपराधी गिरफ्तार किए है जो कि अवैध शराब का कारोबार करते हैं.
उनके कब्जे से 2492 अवैध शराब के पव्वे और 47 लीटर हथकड़ शराब बरामद की है. 75 ऐसे अपराधी गिरफ्तार किए जिनके कब्जे से 45 हजार 5 सौ 25 रुपये, 6 मोबाइल फोन, 16 सिम कार्ड, 10 ATM कार्ड, 1 कट्टा, 2 टेपीरिकॉर्डर, 250 मीटर लाल बत्ती, 1 गुल्ला जिलेटिन की छड़, 6 ट्रेक्टर बजरी से भरे हुए, 1 जेसीबी मशीन जब्त की गई. पुलिस की इस कार्रवाई से चारों जिले के अपराधियों में हड़कंप मच गया. पुलिस पकड़ से दूर रहे आरोपी या तो जिलाबदर हो गए है या अण्डर ग्राउंड हो गए हैं.
क्या कहना है पुलिस का
भरतपुर संभाग के पुलिस महानिरीक्षक रुपिंदर सिंह ने बताया है कि भरतपुर रेंज में वज्र प्रहार ऑपरेशन के तहत छापामारी की कार्रवाई की गई है इसमें काफी सफलता मिली है.
रेंज के चारों जिलों की पुलिस के अधिकारियों सहित लगभग 2000 के जाब्ते ने 3 सौ से अधिक टीमें बनाकर लगभग 12 सौ जगह पर कार्रवाई की है जिसका परिणाम काफी अच्छा रहा है. लगभग 150 स्थाई वारंटी और वांटेड आरोपी जिनकी गिरफ्तारियां होनी थी जो काफी समय से फरार चल रहे थे ऐसे आरोपी पकड़े गए हैं. कुल मिलकर 1370 लोगों को गिरफ्तार किया है.
कैसेज में वांटेड में 151 में जो आसमाजिक तत्व हैं एक दिन में यह कार्रवाई की गई है. अपराधियों के सलाखों के पीछे जाने से पुलिस थानों की पेंडेंसी का निस्तारण होगा साथ ही आने वाले दिनों में क्राइम भी कम होगा क्योंकि अपराधी जब सलाखों के पीछे रहेगा सरकारी सिस्टम के अंदर रहेगा तो क्राइम कम होगा.