Rajasthan Politics: मंत्री अविनाश गहलोत (Avinash Gehlot) के पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर दिये बयान से राजस्थान की सियासत गर्म है. विधानसभा में कांग्रेस विधायक धरने पर बैठे हैं. सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच गतिरोध बरकरार है. विरोध-प्रदर्शन के बीच जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत (Suresh Rawat) का बयान सामने आया है.
उन्होंने कहा कि कई बार हंसी मजाक में ऐसी बात बोल दी जाती है खासकर जब माहौल अच्छा हो. उन्होंने कहा, "दादा-दादी, नाना-नानी पारिवारिक शब्द हैं. कई बार विधानसभा और समारोह में इस तरह के हंसी मजाक कर दिए जाते हैं. अर्थ का अनर्थ नहीं निकालना चाहिए. भगवान कांग्रेस वालों को सद्बुद्धि दे."
प्रभारी मंत्री सुरेश रावत एक दिवसीय दौरे पर भरतपुर पहुंचे थे. उन्होंने सेवर स्थित बृजेन्द्र बिहारी मंदिर का अवलोकन करने के बाद अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए. कलेक्ट्रेट सभागार में प्रभारी मंत्री ने बजट घोषणाओं के काम की समीक्षा भी की. समीक्षा बैठक में सभी विभागों के अधिकारी मौजूद रहे. बैठक के बाद सुरेश रावत मीडिया से मुखातिब हुए.
इंदिरा गांधी को 'दादी' कहे जाने पर मचा बवाल
उन्होंने कहा, "जल जीवन मिशन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन था. योजना के तहत घर- घर जलापूर्ति करनी थी. कांग्रेस सरकार में जल जीवन मिशन का हर टेंडर घोटाले की भेंट चढ़ गया. घोटाले के आरोप में कई इंजीनियर जेल भेजे गए. कई को सुप्रीम कोर्ट से बेल लेनी पड़ी. राजस्थान में जल जीवन मिशन लंबित रही. योजना को 2028 तक बढ़ाया गया है. तेजी से योजना पर काम किया जाएगा."
भरतपुर पहुंचे प्रभारी सुरेश रावत ने क्या कहा?
सुरेश रावत ने कहा कि हर घर पानी पहुंचाने के लिए सरकार संकल्पित है. पिछली सरकार के दौरान योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई थी. वर्तमान सरकार योजना पर काम कर रही है. बता दें कि इंदिरा गांधी को कांग्रेसियों की दादी वाले बयान से मंत्री अविनाश गहलोत विवादों में फंस गए हैं.