Bharatpur News: बीते कुछ महीनों से भारतीय कुश्ती संघ और पहलवानों के बीच रार चल रहा है. महिला पहलवानों के साथ अन्य रेसलर्र ने दिल्ली में धरना प्रदर्शन करते हुए कुश्ती संघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ यौन शोषण मामले में कार्रवाई करने की मांग की थी. वह अब भारतीय कुश्ती महासंघ के नव निर्वाचित अध्यक्ष संजय सिंह को लेकर भी विवाद शुरू हो गया है. पहलवानों ने संजय सिंह को बृजभूषण सिंह का करीबी बताया है. इससे नाराज होकर महिला पहलवान साक्षी मलिक ने कुश्ती से संन्यास लेने का एलान किया है, जबकि बजरंग पूनिया ने अपना पद्मश्री पुरस्कार लौटाने का एलान किया.

रेसलर साक्षी मलिक के संन्यास लेने और बजरंग पूनिया के सम्मान लौटाने के बाद भरतपुर जाट समाज में काफी रोष है. जाट समाज के लोग महिला पहलवान साक्षी मलिक के समर्थन में उतर आये हैं. शनिवार (23 दिसंबर) को जाट समाज के लोगों ने किसान नेता नेम सिंह के नेतृत्व में ट्रैफिक चौराहे पर स्थित महाराजा सूरजमल की प्रतिमा के सामने केंद्र सरकार का पुतला फूंका और जमकर नारेबाजी की. उन्होंने महिला पहलवानों के लिए न्याय की मांग करते हुए ऐलान किया कि अगर नव निर्वाचित अध्यक्ष संजय सिंह को तुरंत प्रभाव से नहीं हटाया गया और महिला पहलवानों के साथ न्याय नहीं किया गया, तो जल्द ही पूरे देश में आंदोलन शुरू किया जाएगा.  इस दौरान प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि जिन खिलाड़ियों ने देश का गौरव बढ़ाया, आज उन्हें इस्तीफा देना पड़ रहा है. उन्हें अपने मैडल लौटाने पड़ रहे हैं. इसको लेकर आज हम शर्मिंदा हैं.

'देश का गौरव बढ़ाने वाले खिलाड़ियों...' इस दौरान जाट समाज के नेता नेम सिंह फौजदार ने कहा कि देश की लाडली साक्षी मलिक ने कुश्ती से सन्यास ले लिया है और पहलवान बजरंग पूनिया ने अपना पुरस्कार लौटा दिया है. यह बहुत दुख और दुर्भाग्य की बात है. जिन खिलाड़ियों ने देश का गौरव बढ़ाया है, ऐसे खिलाड़ियों को अपने मेडल लौटाने पड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसको लेकर केंद्र सरकार से चार बार बात हुई थी. बातचीत के दौरान केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा था कि कुश्ती संघ का अध्यक्ष न तो बृज भूषण शरण सिंह होंगे और न उनका कोई सहयोगी होगा. महिला कुश्ती संघ की अध्यक्ष महिला ही बनाई जाएगी, लेकिन फिर से बृजभूषण के नजदीकी संजय सिंह को ही कुश्ती संघ का अध्यक्ष बनाया गया.

जाट समाज ने दी आंदोलन की चेतावनीनेम सिंह ने कहा की जब बृजभूषण के नजदीकी संजय सिंह को अध्यक्ष बनाया गया, उस समय बृजभूषण सिंह के गले में हजारों मालाएं थी और संजय सिंह के गले में एक ही माला थी. इससे साफ जाहिर होता है कि केंद्र सरकार देश की प्रतिभाओं को अपमानित कर रही है. उसका खामियाजा उन्हें आने वाले समय में भुगतना पड़ेगा. इसलिए केंद्र सरकार का पुतला दहन कर अपना विरोध जताया है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जल्द ही सरकार महिला पहलवानों की मांग को मानते हुए अध्यक्ष पद पर किसी महिला पहलवान का चयन करे, नहीं तो हिंदुस्तान के कोने-कोने में इसका विरोध होगा. आज इसकी शुरुआत भरतपुर से हुई है. कल देश कोने-कोने में आंदोलन शुरू होगा. 

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