Bharatpur Jagannath Rath Yatra: भरतपुर (Bharatpur) में हर वर्ष की भांति इस बार भी भगवान जगन्नाथ बलभद्र और देवी सुभद्रा के श्रीविग्रह को रथ में विराजमान कर बैंड बाजों के साथ शहर के मुख्य बाजारों में रथयात्रा निकाली जाएगी. रथ यात्रा से पहले भगवान जगन्नाथ का वृंदावन में आगमन होगा. इसके बाद फूल-माला, और छप्पन भोग की झांकी के साथ ही महाआरती होगी. इसके  विदेशी और स्थानीय भक्तों द्वारा संकीर्तन भजन और नृत्य किया जाएगा. इसके बाद भगवान जगन्नाथ को रथ पर सवार कर शहर का भ्रमण कराया जाएगा. 


रथयात्रा समिति द्वारा आमंत्रण फोल्डर का विमोचन किया गया. ये फोल्डर शहर में बटवाये जाएंगे. रथयात्रा को लेकर व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी के लिए समिति गठित की गई है. रथ यात्रा भरतपुर के चन्दन गार्डन से शुरू होकर बिजलीघर, मोरी चारबाग, चौबुर्जा बाजार ,गंगा मंदिर ,लक्ष्मण मंदिर ,जामा मस्जिद ,लक्ष्मण मंदिर ,कोतवाली बाजार ,कुम्हेर गेट से होते हुए जय शिव मैरिज होम तक जाएगी. वहीं महाआरती के साथ इसका समापन होगा.  


ओडिशा की तर्ज पर वृंदावन से आएगा रथ


रथ यात्रा समिति, इस्कॉन मंदिर सेंटर भरतपुर और वृंदावन के तत्वाधान में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के लिए ओडिशा की तर्ज पर वृंदावन से रथ को मंगाया गया है. भगवान जगन्नाथ को रथ पर सवार कर रथ को खींचते हुए बैंड-बाजों के साथ शहर भ्रमण पर ले जाएंगे.


बता दें राजस्थान का पूर्वी द्वार कहा जाने वाला जिला भरतपुर की सीमा उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले से लगती है. भरतपुर में भी मथुरा की तरह भगवान कृष्ण की विशेष पूजा होती है. गौरतलब है कि ओडिशा के पुरी में 20 जून से विश्व प्रसिद्ध भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा की शुरुआत हो गई है. रथ यात्रा का कार्यक्रम 10 दिन तक चलता है.


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