Rajasthan Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के लिए आठ अप्रैल को नामांकन वापसी की आखिरी तारीख थी, जिसको लेकर अब ये साफ हो गया है कि मैदान में अब कौन कौन प्रत्याशी हैं. इस बीच वागड़ में प्रत्याशी के नाम को लेकर घमासान शुरू हो गया है. यहां भारत आदिवासी पार्टी के प्रत्याशी राजकुमार रोत के अलावा दो अन्य निर्दलीय राजकुमार प्रत्याशी मैदान में उतरे हैं.

 

इन दो राजकुमारों को लेकर प्रत्याशी राजकुमार रोत ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी महेंद्र जीत सिंह मालविय पर गंभीर आरोप लगाए हैं. यही नहीं चुनाव आयोग से नोटिस पर भी अपनी प्रतिक्रियाएं दी है. जानिए रोत ने वीडियो में क्या कहा. 

 

वीडियो के जरिए भारत आदिवासी पार्टी के प्रत्याशी राजकुमार रोत ने कहा, "बीजेपी प्रत्याशी महेंद्रजीत सिंह मालविय ने जो यहां नीतियां बनाई हैं वह समाज, लोकतंत्र और क्षेत्र के लिए घातक हैं. उन्होंने यहां को जनता के भ्रमित करने के लिए मेरे राजकुमार नाम से लड़के ढूंढे, उनमें एक दो ऐसे बिकाऊ मिले जिन्होंने प्रत्याशी के रूप में आवेदन कर दिया."

 

उन्होंने आगे कहा, "यहीं नहीं आवेदन करने के बाद हमारी पार्टी जैसा सिंबल मांगने की कोशिश की. लोगों को कंफ्यूज करने के लिए उन्होंने फॉर्म भरवाए हैं. लेकिन मुझे उम्मीद है बांसवाड़ा और डूंगरपुर की जनता समझदार हैं. जिस तरह के यह राजनीति खेल रहे हैं, उनको जोरदार लोकतांत्रिक तमाचा पड़ने वाला है. जनता कंफ्यूज नहीं होने वाली है. जनता से अपील है कि अपने विवेक और समझादरी से ऐसी गन्दी राजनीति करने वाले वाले लोग है उन्हे तरीके से राजनीति सिखाना है."

 

इसके अलावा राजकुमार रोत ने कहा कि जो बांसवाड़ा बीजेपी के जिलाध्यक्ष है, जो दो माह पहले कह रहे थे मालवीय भ्रष्ट हैं तीन हजार करोड़ का घोटाला किया है, जांच होनी चाहिए और जेल में डालना चाहिए. अब जब मालवीय भाजपा में चले तो कह रहे हैं दिग्गज लीडर है, स्वच्छ छवि के है.

 

रोत ने चुनाव आयोग के नोटिस पर कहा, "जिस तरह से ऊंट वाले मामले में चुनाव आयोग से मुझे नोटिस दिलवाया है और मानसिक रूप से मुझे परेशान किया गया है. वो लिखकर दे रहे हैं की पशु क्रूरता की, गर्मी में परेशान हो गया ऊंट, और ऊंट रेगिस्तान का जहाज है, वहां और ज्यादा गर्मी होती है. चुनाव आयोग की गाइड लाइन थी, भूल हुई जिसे स्वीकार करते हैं."

 

दरअसल राजकुमार रोत की नामांकन रैली निकली थी तो उसमें रोत ऊंट पर बैठकर निकले थे. पशु क्रूरता का हवाला देते हुए बीजेपी ने चुनाव आयोग को शिकायत की थी.

 

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