Amit Shah In Jaipur: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 'प्रबुद्धजन सम्मेलन' में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले 10 साल के भीतर भारत के गर्व को पाताल से आसमान तक पहुंचाने का काम किया है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने माताओं, बहनों, युवा और किसान को विकसित करने का लक्ष्य रखा है. 2047 तक भारत आत्मनिर्भर भी होगा और अन्य देश से पहले विकसित भी होगा. बीते 10 साल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल में आत्मनिर्भर भारत का नींव रखी गई.

अमित शाह ने कहा, "25 से 50 साल तक किसी एक पार्टी की सरकार रहती है. तब जाकर देश में कुछ परिवर्तन कार्य पूर्ण हो पाते हैं, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मात्र 10 साल से 50 से अधिक युग परिवर्तन के कार्य किए हैं, जिस कारण आज भारत को पूरे विश्व में सम्मान दिया जा रहा है. आगामी लोकसभा चुनाव में 2 खेमे हैं. एक तरफ देशभक्तों की टोली जैसी भारतीय जनता पार्टी और दूसरी तरफ सात परिवारवादी पार्टियों का घमंडिया गठबंधन है. अब देश की जनता को इनमें से किसी एक को चुनना है." शाह ने कहा, "एक नेता हैं जो साल में तीन महीने विदेश में छुट्टी मनाने जाते हैं और ढोंग कर भारत का भला करने की बात करते हैं. वहीं दूसरी तरफ 23 साल में एक भी छुट्टी ना लेने वाले कर्मयोगी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं." 

विपक्ष पर बोला हमला 

गृह मंत्री अमित शाह ने आगे कहा, " पीएम मोदी के नेतृत्व में बीजेपी का उद्देश्य है कि भारत विश्व में सर्वप्रथम बने. भारत माता विश्वगुरु के स्थान पर विराजित होकर सबका मार्गदर्शन करें. इसके विपरीत सात विपक्षी दलों के गठबंधन का लक्ष्य है परिवारवाद है." विपक्ष पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, "सोनिया गांधी का लक्ष्य राहुल को पीएम बनाना, लालू यादव का लक्ष्य तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाना, उद्धव और स्टालिन भी अपने बेटों को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं. इसी तरह मुलायम सिंह अपने बेटे को मुख्यमंत्री बना कर गए. ममता बनर्जी अपने भतीजे को मुख्यमंत्री बनाना चाहती हैं. इसलिए जो लोग अपने परिवार के लिए राजनीति कर रहे हैं वो लोग देश का क्या भला करेंगे." 

मंदिरों का खेला 'आस्था' कार्ड 

अमित शाह ने आज यहां पर मंदिरों को लेकर कहा कि बीजेपी ने सोमनाथ मंदिर को सोने का बनाने का निर्णय लिया तब कांग्रेस ने इसका भी विरोध किया. केदारधाम और बद्रीधाम के पुनर्निर्माण का विरोध भी कांग्रेस नेताओं ने विरोध किया है. महाकाल लोक बनाने पर उसके विरोध किया, पवित्र सेंगोल को संसद में स्थापित करने पर भी कांग्रेस नेताओं द्वारा विरोध किया गया. जब मोदी सरकार ने रामलला का मंदिर बनाया, तब भी कांग्रेस ने इसका विरोध किया गया. 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का दृश्य देखकर दक्षिण से लेकर उत्तर तक, पूर्व से लेकर पश्चिम तक सभी अत्यंत भाव विभोर हो गए. 

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