राजस्थान के सिरोही में डॉ. भीमराव आंबेडकर मेडिकल कॉलेज के प्रथम वर्ष के छात्रों के साथ रैगिंग का गंभीर मामला सामने आया है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक अज्ञात छात्र द्वारा की गई शिकायत के बाद कॉलेज प्रशासन और पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया.
वायरल पोस्ट में आरोप लगाया गया कि सीनियर छात्र अपने जूनियर्स को मुर्गा बनाने, अंडरवियर में नचाने और नंगा घुमाने जैसी अमानवीय हरकतों से मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं. इस पर एक्शन लेते हुए 4 छात्रों को 15 दिन के लिए सस्पेंड कर दिया गया.
पुलिस टीम के साथ कॉलेज पहुंचे थानाधिकारी
पोस्ट वायरल होते ही पालड़ी एम थानाधिकारी कैलाशदान चारण पुलिस टीम के साथ कॉलेज पहुंचे और प्रोफेसर्स व छात्रों से पूछताछ की. हालांकि शिकायतकर्ता सामने नहीं आया और शिकायत करने वाली सोशल मीडिया आईडी की भी स्पष्ट पहचान नहीं हो सकी. प्रारंभिक जांच में सामने आया कि यह आईडी मार्च 2022 में बनाई गई थी और अब तक 4 बार नाम बदला गया है.
एंटी रैगिंग कमेटी ने की बैठक
मामले की गंभीरता को देखते हुए कॉलेज प्रशासन ने गुरुवार (4 दिसंबर) की दोपहर एंटी रैगिंग कमेटी की आपात बैठक बुलाई. सीसीटीवी फुटेज की जांच और छात्रों से पूछताछ के बाद 4 सीनियर छात्रों को दोषी मानते हुए 15 दिन के लिए निलंबित कर दिया गया है. साथ ही निर्णय लिया गया कि 15 दिन बाद इन छात्रों को उनके अभिभावकों के साथ बुलाया जाएगा और अगली कार्रवाई की जाएगी.
एंटी रैगिंग कमेटी के चेयरमैन ने क्या बताया?
एंटी रैगिंग कमेटी के चेयरमैन एवं कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. श्रवण मीणा ने बताया कि रैगिंग किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी. भविष्य में यदि कोई छात्र दोबारा रैगिंग में लिप्त पाया जाता है तो सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों के अनुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
सुरक्षा व्यवस्था को किया गया सख्त
बैठक में कई अहम निर्णय लिए गए. हॉस्टल परिसर में 24 घंटे स्टाफ की तैनाती की जाएगी. रात्रिकालीन राउंड के लिए मेडिकल फैकल्टी की ड्यूटी लगाई जाएगी. छात्रों के लिए फैकल्टी मेंटर नियुक्त किए जाएंगे, ताकि वे बिना किसी डर के अपनी समस्या साझा कर सकें. बैठक में डॉ. सुमित औदित्य, डॉ. निहाल सिंह, डॉ. जेपी कुमावत, डॉ. हनुवंत राणावत सहित अन्य सदस्य मौजूद रहे.
शिकायतकर्ता नहीं आया सामने
पालड़ी एम थाना अधिकारी कैलाशदान चारण ने बताया कि सोशल मीडिया पर रैगिंग को लेकर शिकायत मिली थी. आरोप था कि जूनियर छात्रों को मुर्गा बनाकर, चक्कर लगवाकर और बार-बार परिचय के नाम पर मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है. जांच की गई, लेकिन शिकायतकर्ता सामने नहीं आया.
पहले भी हो चुकी है कार्रवाई
यह पहला मामला नहीं है. साल 2023 में भी सीनियर बैच द्वारा जूनियर छात्रों को प्रताड़ित करने की शिकायत पर 12 छात्रों को निलंबित किया गया था. गौरतलब है कि कॉलेज में 2025 बैच के प्रवेश के बाद 18 नवंबर को एंटी रैगिंग सप्ताह आयोजित किया गया था.
इसमें छात्रों को रैगिंग न करने की शपथ दिलाई गई थी. किसी भी प्रकार की शिकायत पर तुरंत सामने आने के लिए प्रेरित किया गया था. इसके बावजूद रैगिंग का मामला सामने आना कॉलेज प्रशासन के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गया है.