अलवर के पास किशनगढ़बास में नीले ड्रम में मिली लाश के बाद पुलिस ने मृतक की पत्नी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं बुधवार को उनकी शिनख्त परेड कराई गई. इस पूरे घटनाक्रम में अब मृतक के चश्मदीद नाबालिग बेटे का बयान सामने आया है, जिसने अपने पिता को अपनी आंखों के सामने मरते हुए देखा है.

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मृतक हंसाराम के बेटे ने बताया कि उसकी मां लक्ष्मी ने उसके पिता के पैरों को जकड़ रखा था और उसका प्रेमी जिसे बच्चा जितेंद्र अंकल कह रहा है. उसने हंसराम की छाती पर बैठ कर तकिए से मुंह दबा रखा था. 

बच्चे ने बताया उसके बाद उन्होंने उसके पिता की लाश को ड्रम में डाल दिया. इस पूरी घटना के एक मात्र चश्मदीद मृतक हंसराम के नाबालिग बेटे के सामने आए बयानों को सुनकर पुलिस हर एंगल से जांच में जुटी है.

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दोनों आरोपी गिरफ्तार

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस वारदात के बाद दोनों आरोपी फरार हो गए थे और 16 अगस्त की शाम अलवर की ओर निकल गए थे. उनकी योजना थी कि किसी ईंट-भट्ठे पर मजदूरी करके छिप जाएं. लेकिन रामगढ़ क्षेत्र के अलावाड़ा गांव में भट्ठा मालिक को इनकी गतिविधियों पर शक हुआ और उसने तुरंत पुलिस को सूचना दी. इसके बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया.

हत्या से पहले घर में हुआ था विवाद

इस हत्याकांड में की सबसे अहम कड़ी मृतक के परिवार के एक नाबालिग सदस्य की ओर से मिली, जिसने पुलिस को वारदात से जुड़ी अहम जानकारी दी. नाबालिग के बयान के आधार पर यह सामने आया कि घटना से पहले घर में विवाद हुआ था, जिसमें लक्ष्मी के प्रेमी जितेंद्र और पति हंसराम के बीच विवाद हुआ उसके बाद हंसराम की हत्याकर लक्ष्मी अपने बच्चों और प्रेमी के साथ फरार हो गए थी जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.