राजस्थान के अजमेर में स्थित ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर शिवसेना (ठाकरे गुट) के प्रमुख और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे व उनके बेटे आदित्य ठाकरे की ओर से चादर पेश की गई. यह चादर ठाकरे परिवार की ओर से पार्टी के महाराष्ट्र उपाध्यक्ष साजिद सुपारी वाला लेकर मुंबई से अजमेर पहुंचे.

Continues below advertisement

साजिद सुपारी वाला गुरुवार दोपहर अजमेर पहुंचे और सीधे दरगाह शरीफ गए. वह अपने साथ ठाकरे परिवार की ओर से भेजी गई चादर लेकर आए थे. दरगाह पहुंचने के बाद उन्होंने कहा कि ठाकरे परिवार की ख्वाजा गरीब नवाज में गहरी आस्था है और हर साल परिवार की तरफ से चादर भेजी जाती है.

उन्होंने बताया कि आदित्य ठाकरे भी पहले अजमेर दरगाह आ चुके हैं और यहां की फिज़ा और दरगाह की रूहानी महक से हमेशा जुड़ाव महसूस करते हैं.

Continues below advertisement

दरगाह में की गई खास जियारत

दरगाह शरीफ पहुंचने के बाद चादर को दरगाह के खाते में मौजूद सैयद अमान चिश्ती ने जियारत कराई. उन्होंने साजिद सुपारी वाला के साथ मिलकर चादर को मजार शरीफ पर चढ़ाया और ठाकरे परिवार व शिवसेना (ठाकरे गुट) के लिए दुआ की.

इस दौरान दरगाह परिसर में मौजूद लोगों ने भी ठाकरे परिवार की सलामती और पार्टी की कामयाबी के लिए दुआ में हाथ उठाए.

पार्टी की कामयाबी के लिए दुआ

साजिद सुपारी वाला ने कहा कि महाराष्ट्र में आने वाले महीनों में राजनीतिक माहौल काफी अहम रहने वाला है. ऐसे में ठाकरे परिवार ने दरगाह शरीफ में चादर भेजकर पार्टी की बेहतर भविष्य और मजबूती की दुआ मांगी है. उन्होंने बताया कि ठाकरे परिवार को भरोसा है कि ख्वाजा साहब की दरगाह से हमेशा उन्हें मार्गदर्शन और बरकत मिलती रही है.

दरगाह से जुड़े लोगों का कहना है कि ठाकरे परिवार का यह जुड़ाव नया नहीं है. कई बार परिवार की ओर से चादर पहुंचाई जाती रही है. दरगाह के सैयद अमान चिश्ती ने भी कहा कि ठाकरे परिवार की दरगाह में लंबे समय से आस्था रही है और उनकी तरफ से भेजी गई चादर को हमेशा सम्मान के साथ चढ़ाया जाता है.