टोंक जिले में लगातार पैंथर की मूवमेंट बढ़ने से ग्रामीण और शहरी दोनों इलाकों में दहशत का माहौल बना हुआ है. पिछले कुछ दिनों में टोंक के अलग-अलग स्थानों से पैंथर दिखाई देने की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं, जिससे वन विभाग भी अलर्ट मोड पर आ गया है. शहर के किलेश्वर महादेव मंदिर की सीढ़ियों के पास रविवार देर रात पैंथर नजर आया. पैंथर करीब दो घंटे तक आबादी से सटी पहाड़ी पर घूमता रहा.
इस घटना के दौरान किलेश्वर चौक और आसपास के क्षेत्र में लोग अपनी टॉर्चों की मदद से पूरी रात पैंथर पर नजर रखते रहे. इससे पहले भी इसी इलाके की जैन नसियां में इसकी मूवमेंट देखी गई थी. टोडारायसिंह कस्बे के पास स्थित श्री 1008 शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर परिसर में शाम 6:18 बजे पैंथर को घूमते हुए CCTV कैमरे में कैद किया गया. फुटेज सामने आने के बाद जैन समाज के लोगों में डर का माहौल है, क्योंकि रोजाना पूजा-अर्चना के लिए जाने वाले श्रद्धालु अब हमले की आशंका से चिंतित हैं.
निवाई के बहड़ गांव में पैंथर की वापसी
निवाई उपखंड के बहड़ गांव में भी पैंथर की दोबारा मूवमेंट देखी गई. एक किसान ने इसे अपने मोबाइल कैमरे में कैद किया. लगातार सक्रियता के चलते किसान रात की सिंचाई रोकने पर मजबूर हो गए हैं. बताया जा रहा है कि पैंथर गांव के कई मवेशियों का शिकार भी कर चुका है. वन विभाग की टीम इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रही है और ग्रामीणों से रात में खेतों में अकेले न जाने की अपील की गई है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि तीन साल पहले वन विभाग ने बीसलपुर क्षेत्र के पहाड़ों में एक नर और एक मादा पैंथर छोड़े थे. अब आशंका जताई जा रही है कि इनकी संख्या बढ़ गई है और पूरा कुनबा अब आबादी वाले क्षेत्रों की ओर आ रहा है.