ABP Shikhar Sammelan 2024 Sachin Pilot: लोकसभा चुनाव को लेकर देश में सरगर्मी बढ़ी हुई है. इस बीच एबीपी न्यूज़ पर राजनीतिक दिग्गजों का मंच सजा है. इस खास कार्यक्रम 'एबीपी शिखर सम्मेलन' में राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट पहुंचे.


उन्होंने इस दौरान दावा किया कि राजस्थान में लोकसभा चुनाव में पार्टी बेहतर प्रदर्शन करेगी. उन्होंने विधानसभा चुनाव में मिली हार और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से तकरार को लेकर भी टिप्पणी की.


अशोक गहलोत से तकरार के सवाल पर क्या बोले पायलट?


सचिन पायलट ने विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी में पड़ी फूट को लेकर किए गए सवाल के जवाब में कहा विधानसभा चुनाव दिसंबर में हुए और कांग्रेस-बीजेपी के बीच वोट प्रतिशत मात्र डेढ़ प्रतिशत है.


उन्होंने कहा, ''पहले जब चुनाव हुए तो 200 में 20 पर सिमट गए, एक बार 50 पर सिमट गए. इसबार हम 70 सीटें जीतकर आए. हमें लगता है कि हमने पहले से बेहतर प्रदर्शन किया है. इसका परिणाम लोकसभा चुनाव में देखने को मिलेगा.''


सचिन पायलट ने कहा, ''पार्टी में जीत और हार सभी की होती है. ये कहना गलत होगा कि उनकी वजह से हार हुई, उनकी वजह से जीत हुई. कोई झगड़ा नहीं था, लक्ष्य प्राप्ति के लिए अलग अलग रास्ते होते हैं. मुझे लग रहा था कि राजस्थान में हम सरकार बनाते हैं और फिर हार जाते हैं, हम रिपीट नहीं कर पाते हैं. अशोक गहलोत और मेरे में कोई झगड़ा नहीं है. हमें लगता था कि कुछ मुद्दे हैं जो उठाने चाहिए. विपक्ष में रहते हुए जो वादे किए, उसे पूरा करना चाहिए. हमने जो मुद्दे उठाए उसे आलाकमान ने भी माना. इसलिए तो हमने 70 सीटें जीती.''






लोकसभा चुनाव को लेकर बड़ा दावा


पायलट ने कहा, ''पिछले दो लोकसभा चुनाव में हम खाता भी नहीं खोल पाए. सरकार में रहने के बावजूद पिछली बार खाता नहीं खुला. इसबार मैं बदलाव देख रहा हूं, लोगों में कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेकर मैं कह रहा हूं.''


बीजेपी और कांग्रेस की तुलना कर क्या बोले पायलट?


सचिन पायलट ने कहा कि राहुल गांधी साढ़े चार हजार किलोमीटर पैदल चले. लोगों से जुड़ रहे हैं. हमलोग हारें या जीतें सभी की जिम्मेदारी होती है. दूसरी पार्टी बीजेपी में है कि जीते तो प्रधानमंत्री को जिता देते हैं और हारे तो लोकल इश्यू बता देते हैं. हमारे यहां चुने हुए अध्यक्ष हैं, दूसरे दल में तो पता ही नहीं होता है कि कैसे चुने गए. हमारे यहां अध्यक्ष पद के लिए शशि थरूर और मल्लिकार्जुन खरगे में चुनाव हुआ. खरगे ने जीत दर्ज की. प्रोसेस करने के बाद भी हमारी आलोचना अधिक होती है. जेपी नड्डा को तीसरा टर्म मिला है. किसी को पता ही नहीं है कि कैसे चुने गए.


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