2000 Rupee Currency: राजस्थान की राजधानी जयपुर में दो हजार की नोटबंदी (2,000 Rupees Note) पर लोगों का मिलाजुला असर है. कुछ लोग इसे अच्छा मान रहे हैं और कुछ लोग इसे अच्छा नहीं मान रहे हैं. अलग-अलग पेशे से जुड़े लोग अलग-अलग राय दे रहे हैं. उसमें चार्टेड अकॉउंटेड निखिल अग्रवाल ने बताया कि यह एक अच्छा फैसला है. वहीं नेत्रपाल शर्मा का कहना है कि सरकार ने काले धन पर क्या कार्रवाई की है. अगर दो हजार के नोट बंद करने से चीजें ठीक होनी हैं तो पहले कर देनी चाहिए थी. अब तो देर हो गई हैं. 


चार्टेड अकॉउंटेड ने बताई यह बात 


जयपुर में चार्टेड अकॉउंटेड नितेश अग्रवाल का कहना है कि इस दो हजार के नोटबंदी से कोई खासा प्रभाव नहीं पड़ने वाला है. क्योंकि, आम आदमी के पास काला धन है ही नहीं. 2 हजार के नोट उन्ही लोगों के पास अधिक हैं जो काला धन की तरफ काम कर रहे हैं. इसबार डिजिटल पेमेंट का जमाना है और लोगों पर इसका कोई खास असर नहीं पड़ने वाला है. वहीं चार्टेड अकॉउंटेड निखिल अग्रवाल का कहना है कि इस बार डिजिटल पेमेंट की वजह से कोई असर नहीं पड़ने वाला है. क्योंकि, ये हम लोगों को पहले से लग रहा था कि 2 हजार की नोट बंद हो जाएगी. 


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अच्छा भी है और देर भी हो गई


कुछ लोगों ने इस बार भी 2000 के नोट को बंद होने को बेहतर बताया है लेकिन जयपुर के ही कुछ लोगों ने इसे अच्छा नहीं बताया है. उनका कहना है कि अगर यह अच्छी और बेहतर बात थी तो इसे पहले ही कर देना चाहिए था. सरकार ने देरी कर दी है. इसका असर विधान सभा के चुनाव पर पड़ सकता है. काला रोकने के लिए सरकार को पहले ही कदम उठाने की लोग सलाह देते हुए दिखे. इसी कड़ी में कुछ लोगों ने यह भी कहा कि बैंकर अब मनमानी कर सकते हैं. सरकार को उनपर निगरानी करनी चाहिए. 


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