Punjab News: पंजाब में सहायक प्रोफेसर की आत्महत्या मामले में भगवंत मान सरकार विपक्ष के निशाने पर है. विपक्षी पार्टियों की तरफ से लगातार शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस पर कानूनी कार्रवाई करनी की मांग की जा रही है. आपको बता दें कि सहायक प्रोफेसर बलविंदर कौर ने अपने सुसाइड नोट में शिक्षा मंत्री का नाम लिखा था, जिसके बाद से ही आम आदमी पार्टी की सरकार पर सवाल उठाए जा रहे हैं. वहीं मामले को लेकर अब एक बार फिर पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा की प्रतिक्रिया सामने आई है.

‘सरकार ने अभी तक आरोपी मंत्री का इस्तीफा नहीं मांगा’कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट कर लिखा कि आत्महत्या पीड़िता सहायक प्रोफेसर बलविंदर कौर के परिवार की उपेक्षा कर सीएम भगवंत मान शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बजाय मध्य प्रदेश में रोड शो करने में लगे हुए हैं. सरकार की तरफ से अभी तक आरोपी मंत्री से इस्तीफा भी नहीं मांगा गया है. अपने दागी मंत्रियों और विधायकों के प्रति आप सरकार का ऐसा पक्षपातपूर्ण रवैया 2022 में विधानसभा चुनाव से पहले किए गए वादे के विपरीत है. इस बीच, कई अधिकार कार्यकर्ताओं, किसान संघों और राजनीतिक दलों ने आप सरकार पर शिक्षा मंत्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का दबाव बनाने के लिए गंभीरपुर गांव में विरोध स्थल पर डेरा डाल दिया है. 

जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने मांगा CM से इस्तीफाअकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह की मामले को लेकर प्रतिक्रिया आई थी. उन्होंने  सहायक प्रोफेसर की आत्महत्या मामले में मुख्यमंत्री भगवंत मान को दोषी ठहराते हुए नैतिकता के आधार इस्तीफा देने की मांग की. उन्होंने कहा कि ऐसे शासक को सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं, जिससे सरकार में नागरिकों को अत्याचार और अन्याय से तंग आकर अपनी जान देने के लिए मजबूर होना पड़े.

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