पंजाब के तरनतारन से तीन बार विधायक रह चुके हरमीत सिंह संधू ने मंगलवार (15 जुलाई) को आम आदमी पार्टी (AAP) का दामन थाम लिया. चंडीगढ़ में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भगवंत मान और पंजाब प्रभारी मनीष सिसोदिया की मौजूदगी में संधू को पार्टी में शामिल किया गया. 

माना जा रहा है कि आगामी उपचुनाव में AAP उन्हें अपना प्रत्याशी बना सकती है. पार्टी ने इस संबंध में एक निजी कंपनी से सर्वे भी करवाया, जिसमें यह सामने आया कि संधू उपचुनाव जीतने की क्षमता रखते हैं.

AAP ने आधिकारिक एक्स हैंडल पर दी जानकारी 

AAP पंजाब के आधिकारिक एक्स हैंडल से इसकी जानकारी शेयर करते हुए लिखा गया, "तरनतारन विधानसभा क्षेत्र से पूर्व अकाली विधायक हरमीत सिंह संधू मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व और पंजाब प्रभारी मनीष सिसोदिया की उपस्थिति में AAP में शामिल हुए. हम पार्टी परिवार में उनका हार्दिक स्वागत करते हैं." 

बता दें कि हरमीत सिंह संधू ने दिसंबर 2024 में अकाली दल से इस्तीफा दिया था. वे पहले भी 2002 में स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीत चुके थे और फिर 2007 और 2012 में शिरोमणि अकाली दल (SAD) के टिकट पर विधायक बने थे.

अकाली दल से नाता तोड़कर क्यों जुड़े AAP?

हरमीत सिंह संधू अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल और पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया के करीबी रहे हैं. उनके AAP में शामिल होने के बाद अब उन्हें तरनतारन सीट से पार्टी का उम्मीदवार बनाए जाने की चर्चा तेज हो गई है. हालांकि, इस सीट के लिए AAP के कई दावेदार थे, जिसके चलते पार्टी ने एक निजी कंपनी से सर्वे करवाया था.

उपचुनाव की तैयारियों में जुटी AAP

AAP पंजाब में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए उपचुनाव की तैयारियों में जुट गई है. हरमीत सिंह संधू का पार्टी में शामिल होना इसी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है. पार्टी को उम्मीद है कि संधू का स्थानीय जनाधार और अनुभव AAP को तरनतारन सीट पर जीत दिला सकता है.