Punjab Lok Sabha Chunav 2024: अकाली दल के वरिष्ठ नेता सुखदेव सिंह ढींडसा ने शनिवार को अपने समर्थकों के साथ एक बैठक की, जिसमें पार्टी द्वारा उनके बेटे को संगरूर लोकसभा क्षेत्र से टिकट नहीं दिए जाने के बाद भविष्य की रणनीति तय की गई. बैठक के बाद ढींडसा ने कहा कि उनके समर्थकों ने उनसे चुनाव में संगरूर निर्वाचन क्षेत्र से शिअद उम्मीदवार पूर्व विधायक इकबाल सिंह झुंडन का समर्थन नहीं करने के लिए कहा है. ढींडसा के बेटे और पूर्व वित्त मंत्री परमिंदर ढींढसा को टिकट नहीं दिए जाने से पार्टी के समर्थकों ने नाराजगी जाहिर की है.


‘अब अगर टिकट देंगे तो भी स्वीकार नहीं करेंगे’
सुखदेव सिंह ढींडसा ने बैठक के बाद कहा कि अब अगर पार्टी उनके बेटे को टिकट देगी तो वे इसे स्वीकार नहीं करेंगे. हालांकि, ढींडसा ने कहा कि वह अकाली हैं और हमेशा अकाली ही रहेंगे. वहीं 17 अप्रैल को शिरोमणि अकाली दल प्रमुख सुखबीर सिंह बादल के साथ उनकी मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर ढींडसा ने कहा कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे को स्वीकार किया है और माफी मांगी है, लेकिन अब विश्वास टूट गया है.


‘टिकट न मिलने पर कार्यकर्ता आहत हैं’
बता दें कि पिछले महीने ढींडसा ने अपनी पार्टी शिअद (संयुक्त) का सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व वाली शिरोमणि अकाली दल में विलय कर दिया था. तब सुखबीर सिंह बादल ने सुखदेव सिंह ढींडसा को पार्टी के संरक्षक का पद दिया था. शनिवार को संगरूर में अपने समर्थकों की एक सभा को संबोधित करते हुए परमिंदर सिंह ढींडसा ने कहा कि जो कुछ भी हुआ है वह उसके विवरण में नहीं जाना चाहते हैं.


हम ऐसा कुछ नहीं करना चाहते जिससे शिरोमणि अकाली दल कमजोर हो. हम आज भी इस सोच पर कायम हैं कि अकाली दल को कैसे मजबूत किया जाए. परमिंदर ढींडसा ने कहा, हमसे ज्यादा कार्यकर्ता आहत हैं. बता दें कि कथित पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए पिता-पुत्र की जोड़ी को फरवरी 2020 में शिरोमणि अकाली दल से निष्कासित कर दिया गया था. इसके बाद उन्होंने शिअद (संयुक्त) का गठन किया. लेकिन अब दोबारा से सुखबीर सिंह बादल ने उन्हें अपने साथ मिला लिया था.


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