Singhu Border: सिंघु बॉर्डर पर 15 अक्टूबर को निंहग सिखों ने दलित युवक लखबीर सिंह की हत्या की थी. लखबीर सिंह के परिवार वाले न्याय की मांग कर रहे हैं. लखबीर सिंह के परिजनों ने मामले की सीबीआई जांच, परिवार में से एक सदस्य को सरकारी नौकरी और 50 लाख रुपये के मुआवजे की मांग की है.


लखबीर का परिवार पत्नी, बेटी, भाई और पिता, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने उनके आवास पर गए. हालांकि लखबीर सिंह के परिवार की मुलाकात गृह मंत्री से नहीं हुई. उन्होंने गृह मंत्री के कर्मचारियों से मुलाकात की और अपनी मांगों को रखा. कर्मचारियों ने परिवार को आश्वासन दिया कि उनकी मांगों से गृह मंत्री को अवगत कराया जाएगा.


लखबीर के परिवार ने इससे पहले राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन विजय सांपला से 25 अक्टूबर को राष्ट्रीय राजधानी में मुलाकात की थी. सांपला ने पीड़ित परिवार से मुलाकात के बाद कहा था कि आयोग ने मामले का संज्ञान लिया है, मुआवजा दिया जाएगा और अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जाएगा.


क्या पंजाब सरकार भी कर रही है जांच?


पंजाब सरकार ने लखबीर के परिवार द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच के लिए पहले ही एसआईटी का गठन किया है. आरोप लगाया गया है कि उन्हें अज्ञात लोगों द्वारा किसानों के विरोध स्थल सिंघु सीमा पर ले जाया गया था.


लखबीर की निहंगों द्वारा उनकी पवित्र पुस्तक सरबलो ग्रंथ की कथित तौर पर बेअदबी के आरोप में बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. लखबीर पंजाब के तरनतारन जिले के चीमा खुर्द गांव के रहने वाले थे और वह अपने पीछे पत्नी जसप्रीत कौर और तीन बच्चे छोड़कर गए हैं.


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