Punjab Election: पंजाब विधानसभा चुनाव के नतीजे आने से पहले ही राजनीतिक दलों की ओर से सरकार बनाने के लिए सभी तरह के विकल्प तलाशने की कोशिश शुरू हो गई है. शिरोमणि अकाली दल (Shiromani Akali Dal) की ओर से एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ आने के संकेत दिए जा रहे हैं. शिरोमणि अकाली दल की ओर से कहा गया है कि पंजाब के विकास के लिए उन्हें बीजेपी के साथ दोबारा जाने से कोई गुरेज नहीं है. 


शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम मजीठिया ने बीजेपी के साथ दोबारा जाने पर चुप्पी तोड़ी है. बिक्रम मजीठिया का कहना है कि अगर शिरोमणि अकाली दल और बहुजन समाज पार्टी को बहुमत नहीं मिलेगा तो फिर बीजेपी के साथ दोबारा जाने के बारे में सोचा जाएगा.


शिरोमणि अकाली दल हालांकि बीजेपी के साथ दोबारा जाने के लिए नतीजे आने का इंतजार करेगी. बिक्रम मजीठिया ने कहा, ''हमें पंजाब के विकास के लिए काम करना है. हम बीजेपी के साथ गठबंधन करने पर चुनाव नतीजे आने के बाद विचार करेंगे.''


बीजेपी ने भी खोला दरवाजा


अकाली दल के एक और नेता गुरुबचन सिंह ने भी बीजेपी के साथ जाने के संकेत दिए है. गुरुबचन सिंह ने कहा, ''हमें अपनी जीत का भरोसा है. हम अगली सरकार बनाएंगे. लेकिन अगर नंबर नहीं मिलते हैं तो बीजेपी के साथ जाने पर विचार किया जाएगा. सब कुछ नंबर्स के ऊपर निर्भर करेगा. कांग्रेस हमारी नंबर एक दुश्मन है.''


शिरोमणि अकाली दल और बीजेपी 25 साल तक दोस्त रहे हैं. लेकिन 2020 में किसान आंदोलन के मुद्दे पर दोनों दलों का साथ टूट गया था. हालांकि बीजेपी की ओर से भी यह कहा गया है कि वह नतीजों के बाद दूसरे दलों से बात करने के लिए तैयार है. पंजाब विधानसभा चुनाव के नतीजे 10 मार्च को आएंगे.


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