Farmer Protest: पीएम नरेंद्र मोदी के तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के फैसले का संयुक्त किसान मोर्चा ने स्वागत किया है. संयुक्त किसान मोर्चा ने हालांकि साफ किया है कि किसान आंदोलन अभी जारी रहेगी. संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से पीएम नरेंद्र मोदी के फैसले पर बैठक बुलाने का एलान किया गया है. इसी बैठक में आंदोलन के आगे की रणनीति साफ होगी.


संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि अभी किसानों की मांगें बाकी हैं. संयुक्त किसान मोर्चा ने बयान जारी कर कहा, ''केंद्र सरकार की घोषणा पर हम लोग मीटिंग करने जा रहे हैं. हम सरकार के फैसला का स्वागत करते हैं. लेकिन आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक संसद में तीनों कृषि कानून रद्द नहीं हो जाते हैं.''


किसान आंदोलन की अगुवाई कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा ने आगे कहा, ''हम आगे के फैसले के लिए बैठक करने वाले हैं. किसान आंदोलन की कुछ और मांगें भी हैं जिनमें एमएसपी पर कानून बनाना भी शामिल हैं. कई मांगे अभी सरकार ने नहीं मानी हैं.''


संयुक्त किसान मोर्चा कर रहा है अगुवाई


किसान आंदोलन की अगुवाई संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से की जा रही है. संयुक्त किसान मोर्चा में पंजाब की 32 किसान यूनियन शामिल हैं. इसके अलावा संयुक्त किसान मोर्चा को बीकेयू (उगराहां) और बीकेयू (चढूनी) का समर्थन भी हासिल है.


सरकार के साथ बातचीत करने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा ने 40 सदस्यों की कमेटी का गठन किया था. हालांकि जनवरी के बाद से सरकार और किसान नेताओं के बीच कोई बात नहीं हुई. किसान मोर्चा की ओर से साफ कर दिया गया था कि उन्हें कृषि कानूनों के रद्द होने से कम कुछ भी मंजूर नहीं है.


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